दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आनंद विहार बस अड्डा और रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आनंद विहार बस अड्डा और रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई है। लोग अपने शहर, कस्बे और गांव का रुख कर रहे हैं। कोई बच्चों का दाखिला कराने जा रहा है, तो किसी के घर में शादी है। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव भी लोगों के जाने की एक बड़ी वजह है। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच भीड़ बढ़ना चिंतनीय है। चिंता तब और बढ़ जाती है, जब कोरोना की रोकथाम को लेकर जारी निर्देशों का पालन आनंद विहार बस अड्डे पर न किया जा रहा हो। भीड़ को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर भी सतर्कता देखी जा रही है।
तीन दिन से बढ़ रही भीड़
आनंद विहार बस अड्डे से रोजाना करीब 1200 अंतरराज्यीय बसें विभिन्न शहरों के लिए चलती हैं। इसके अलावा डीटीसी और क्लस्टर बसों का परिचालन यहां से होता है। इस कारण पहले से इस बस अड्डे पर काफी भीड़ रहती है, लेकिन तीन दिन से अचानक यात्रियों की संख्या पहले से काफी ज्यादा हो गई है।
नहीं हो रही थर्मल स्क्रीनिंग
दिल्ली सरकार की तरफ से निर्देश हैं कि बस अड्डे पर आ रहे यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए और हर चक्कर पर बसों को सैनिटाइज किया जाए। यह निर्देश भी दिए गए थे कि नियमित रूप से निरीक्षण कर ऐसे यात्रियों, बस चालकों और परिचालकों पर कार्रवाई की जाए, जो बिना मास्क मिलें। बस अड्डे पर कोरोना की गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है। वहीं स्टेशन पर काफी सख्ती है।
मेट्रो ट्रेन के यात्रियों की जांच पर ज्यादा ध्यान
जिला प्रशासन ने कोरोना जांच के लिए आनंद विहार बस अड्डे के अंदर शिविर लगा रखा है। उसमें उन यात्रियों की जांच पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, जो मेट्रो स्टेशन पर जा रहे हैं या वहां से आ रहे हैं। बसों में सवार होने जा रहे यात्रियों पर उनका भी ध्यान कम ही जा रहा है।
डीटीआइडीसी के एस्टेट मैनेजर डा. पुनीत सेठी ने बताया कि भीड़ बढ़ रही है। स्टाफ को स्पष्ट निर्देश है कि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए और बसों को सैनिटाइज किया जाए। इस वक्त रैपिड रेल परियोजना के चलते बस अड्डा परिसर अव्यवस्थित हो गया है। उसे व्यवस्थित कर कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।