चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से फ्लाईओवर का निर्माण लटका, LDA ने की 19 करोड़ रुपये की मांग
लखनऊ, शहीद पथ से चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को सीधे कनेक्ट करने की योजना फिलहाल लखनऊ विकास प्राधिकरण की हठधर्मिता के कारण अधर में लटक गई है। वीवीआइपी मूवमेंट के लिए शहीद पथ से एयरपोर्ट को एलीवेटेड फ्लाईओवर से जोड़ने का काम चल रहा था। उद्देश्य था कि माननीय व वीवीआइपी सीधे एयरपोर्ट से बाहर आ जा सकेंगे। वर्तमान में ट्रांसपोर्ट नगर के पास जाम लगता है और फ़्लाइट तक छूट जाती है। ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए यह व्यवस्था की जा रही थी। वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण फ्लाईओवर के काम को जारी रखने के लिए करीब 19 करोड़ मांग रहा है। क्योंकि फ्लाईओवर के लिए जमीन चाहिए होगी।
सेतु निगम लखनऊ एयरपोर्ट को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग के एलाइनमेंट में एलीवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण कई महीनों से कर रहा था इसके लिए जमीन की आवश्यकता पड़ी तो सेतु निगम से लविप्रा ने 19 करोड़ जमा करने का आग्रह किया। अब सेतु निगम के पास इसके लिए पैसा है नहीं अब शासन स्तर पर यह मामला लटका हुआ है। चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील कहते हैं कि जल्द ही समस्या का समाधान होगा और शहीद पथ से फ्लाईओवर को कनेक्ट करके चालू कर दिया जाएगा।
वर्ष 2019 के अंत में यह फ्लाईओवर बनने का काम शुरू हुआ था। कोविड 19 के कारण वर्ष 2020 में प्रभावित रहा। फिर लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा जमीन न देने पर यह काम आज भी प्रभावित है। बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण की एयरपोर्ट से सटी हुई मानसरोवर योजना है और इसकी जमीन लविप्रा ने कई साल पहले ही अधिगृहित कर ली थी। अब जमीन देने के एवज में लविप्रा पैसा मांग रहा है क्योंकि लविप्रा किसानाें को मुआवजा बांट चुका है। वहीं एक फेस लोक निमाZण विभाग द्वारा भी तैयार किया जा रहा है। इसकी लागत करीब 13 करोड़ से अधिक है।
प्रदेश के कई जिलों से सीधे होगा कनेक्ट एयरपोर्ट: शहीद पथ से एयरपोर्ट फ्लाईओवर कनेक्ट होते ही रायबरेली, सुलतानपुर, बनारस, प्रयागराज, बाराबंकी, फैजाबाद, सीतापुर सहित एक दर्जन जिले लखनऊ एयरपोर्ट से सीधे कनेक्ट हो सकेंगे। फ्लाईओवर पर आते रमा बाई रैली स्थल से एयरपोर्ट फ्लाईओवर का रास्ता अलग निकाला जा रहा है। इससे जाम, प्रदूषण पर नियंत्रण हो सकेगा।