अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जलवायु शिखर सम्मेलन का शुभारम्भ, कही ये अहम बातें
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बृहस्पतिवार से जलवायु शिखर सम्मेलन का आरम्भ कर दिया है। उन्होंने यह उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका और बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को ‘जलवायु परिवर्तन से निपटने का काम करना ही होगा’। ये सम्मेलन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए विश्व के नेताओं को एकजुट करने पर केंद्रित है। अमेरिका ने जलवायु को हानि पहुंचाने वाले कोयले तथा पेट्रोलियम से होने वाले उत्सर्जन की मात्रा में आधी कटौती करने का संकल्प लिया है।
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के 40 नेताओं की उपस्थिति में बाइडेन ने इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में कहा, ‘इस वक़्त बैठक करने की अहमियत हमारे ग्रह की रक्षा के महत्व से कहीं अधिक है। यह हम सबको बेहतर भविष्य उपलब्ध कराने के लिए है।’ बाइडेन ने कहा, ‘यह जोखिम का क्षण है, मगर अवसर का भी क्षण है।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका तथा बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को ‘जलवायु परिवर्तन से निपटने का काम करना ही होगा।’
अमेरिका में जीवाश्म ईंधन के उपयोग से पैदा हुए उत्सर्जन में 2030 तक 52 प्रतिशत की कटौती करने की उनकी प्रतिबद्धता चार वर्ष पश्चात् जलवायु परिवर्तन से निपटने के अमेरिका के प्रयासों पर फिर से लौटने जैसी है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन प्रयासों से अमेरिका को अलग कर लिया था। सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘यह पहल करने के लिए मैं राष्ट्रपति जो बाइडेन को धन्यवाद देना चाहूंगा। जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमें तेज गति से, बड़े पैमाने पर और वैश्विक संभावना के साथ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।’