बिहार पुलिस को मिली बड़ी सफलता नकली नोट छापने वाले को किया गिरफ्तार
बिहार के बक्सर जिले में मंगलवार की देर रात पुलिस ने नकली भारतिय नोट छापने वाले तीन जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया. जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में छापेमारी करते हुए
पुलिस ने नकली नोट छापने के धेंधे में संलिप्त एक ही परिवार के तीन लोगों को दबोचा है. वहीं, गिरोह में शामिल अन्य लोगों की पहचान के लिए पुलिस पूछताछ कर रही है. पहचान होने के बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी.
बता दें कि जलसाजों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने 3 लाख 12 हजार रुपये के तैयार नकली नोट और 65,600 रुपये अर्ध निर्मित नोट बरामद किए हैं, जिसमें 100, 200 और 500 के जाली नोट शामिल हैं. नकली नोटों के साथ लैपटॉप, प्रिंटर समेत अन्य कई सामान भी पुलिस ने जब्त किया है.
इस संबंध में बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राजपुर थाना के मनोहरपुर गांव में नकली नोट छापने का काम किया जा रहा था.
इसकी सूचना मिलते ही मंगलवार की रात हेड क्वार्टर डीएसपी और सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम बनाकर छापेमारी की गई. इस दौरान मनोहरपुर निवासी सुभाष सिंह, उसके बेटा धर्मेंद्र सिंह और चचेरे भाई अशोक सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
एसपी ने बताया कि सुभाष सिंह का बेटा धर्मेंद्र गिरोह का मास्टरमाइंड है. बाप-बेटे एक साथ मिलकर यह धंधा करते थे, जिसमें सुभाष का चचेरा भाई अशोक उनकी मदद करता था.
एसपी के मुताबिक मुख्य आरोपी पहले हैदराबाद में रहता था. लॉकडाउन में गांव लौटने के बाद उसने इस धंधे की शुरुआत की थी. फिलहाल तीनों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में मिली जानकारी अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि मास्टरमाइंड धर्मेंद्र सिंह गांव के लोगों को हैदराबाद में नौकरी करने की बात बताता था, जबकि इसके पीछे करोड़पति बनने की चाहत में वो नकली नोट छापने का काम करता था. वह हैदराबाद में सिक्योरिटी एजेंसी भी चलाता था. सूत्रों की मानें तो करीब दो महीने पहले उसने नकली नोट छापने की शुरुआत की थी.