योग सिर्फ आसनों का समूह नहीं है बल्कि पूरी जीवन पद्धति : योगी आदित्यनाथ
7वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में सभी लोगों प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घरों में ही योगाभ्यास करें.
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि योग विश्व को भारत की देन है. कोरोना महामारी के इस दौर में योग स्वस्थ रहने की वैज्ञानिक पद्धति है. उन्होंने कहा कि आज हम सभी लोग योग को जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लें.
मुख्यमंत्री ने अपने सन्देश में कहा कि आज से 6 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से संयुक्त राष्ट्र ने भारत की इस प्राचीन विधा को मान्यता दी थी. तभी से पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह भारत के लिए एक गौरव का भी क्षण है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग सिर्फ आसनों का समूह नहीं है, बल्कि यह अपने आप में पूरी जीवन पद्धति है. शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की वैज्ञानिक पद्धति है.
आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, ऐसे में हमें भी अपने-अपने घरों में रहकर ही योगाभ्यास करना है. उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस सभी के लिए कल्याणकारी हो ऐसी कामना है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सोमवार सुबह देश को संबोधित किया. सातवें योग दिवस पर संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोविड-19 वैश्विक महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है.
पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि योग जनता के स्वास्थ्य की देखभाल में निवारक एवं प्रेरक भूमिका निभाता रहेगा. उन्होंने कहा कि योग हमें तनाव से शक्ति का और नकारात्मकता से रचनात्मकता का रास्ता दिखाता है.
पीएम ने कहा कि इस मुश्किल समय में, इतनी परेशानी में लोग योग को भूल सकते थे, इसकी उपेक्षा कर सकते थे. लेकिन इसके विपरीत, लोगों में योग के प्रति उत्साह बढ़ा है, योग से प्रेम और बढ़ा है.