जाने ब्रेस्ट कैंसर के क्या होते है लक्षण ?
दुनिया भर की महिलाओं में कैंसर की सबसे आम किस्म ब्रेस्ट कैंसर है. सौभाग्य से आज हमारे पास इस बीमारी का इलाज मौजूद है, लेकिन अभी भी ब्रेस्ट कैंसर हमारे देश की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है.
ऐसा इसलिए क्योंकि 50 फीसदी महिलाएं उसके बारे में उस वक्त जानती हैं जब ये तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाता है. इन चरणों के पार करने के बाद इलाज मुश्किल हो जाता है.
लिहाजा जरूरी है कि सभी महिलाएं समय रहते उसके लक्षण, संकेतों को पहचानें और साथ में ये भी जानें कि किस तरह के सुपर फूड्स एंटीऑक्सीडेंट्स में भरपूर होते हैं जो कैंसर सेल्स के विकास को रोक सकते हैं.
ब्रेस्ट कैंसर का सबसे अधिक दिखाई देनेवाला संकेत है- आम तौर से, ये ब्रेस्ट या कांख में विकसित होता है. ये दर्द रहित हो सकता है या कोई असुविधा नहीं हो सकती.
निप्पल अंदर की ओर धंस जाता है. निप्पल के आकार में बदलाव आता है, जिससे कोई खुजली महसूस कर सकता है.
डिस्चार्ज विभिन्न रंगों जैसे लाल, पीला या हरा हो सकता है. ब्रेस्ट में दर्द, ब्रेस्ट के आसपास लालिमा, ब्रेस्ट के इर्द गिर्द सूजन, ब्रेस्ट में बदलाव प्रमुख संकेत हैं.
हमारे शरीर के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां बहुत मुफीद हैं क्योंकि उसमें विटामिन, मिनरल और अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है. उसके साथ, इन सब्जियों में एक अनोखा तत्व सल्फोराफेन भी होता है
जिसमें कैंसर रोधी गुण होते हैं जो कैंसर के खतरे को कम करता है. आपको पालक, धनिया का पत्ता, मेथी का पत्ता और ब्रोकोली जैसे फूड को अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करना चाहिए.
मशरूम का इस्तेमाल दुनिया भर में होता है. उसकी कुछ किस्में बहुत महंगी होती हैं और लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक बेची जाती हैं. महिलाओं के लिए उसका इस्तेमाल कैंसर की रोकथाम में मददगार होता है, ये ट्यूमर के विकास को रोकता है.
अखरोट खाना महिलाओं की सेहत के लिए अच्छा है. एक तरफ, ये दिल की बीमारियों को ओमेगा-3 एसिड की मौजूदगी के कारण कम करता है, तो दूसरी तरफ, ये कैंसर के जोखिम को कम करता है. उसके अलावा, ये कोलेस्ट्रोल लेवल को भी कम करता है. उसमें साइटोस्टेरॉल के पाए जाने से कैंसर और ट्यूमर के विकास को रोकता है.
इन दोनों फूड्स में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. उनमें कैंसर रोधी कुछ गुण भी होते हैं. प्याज और लहसुन दुनिया में सबसे स्वस्थ कुछ फूड्स में समझे जाते हैं क्योंकि ये बैक्टीरिया, फंगल और सूजन रोधी प्रभाव भी दिखाता है. इस तरह उनके इस्तेमाल से कई बीमारियों से शरीर की रक्षा की जा सकता है.