दिल्ली में भीषण गर्मी से लोग हुए बेहद परेशान पारा 43 डिग्री
दिल्ली में भीषण गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। बाहर लू चल रही है और बारिश के कोई आसार नहीं हैं। पारा है कि चढ़ता ही चला जा रहा है। मंगलवार को तो इस साल का सबसे गर्म दिन रहा। सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
बुधवार को भी लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने भयानक गर्मी के लिए मॉनसून में देरी को जिम्मेदार बताया है। जुलाई के दूसरे सप्ताह तक मॉनसून के दस्तक देने के आसार बन रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री ज्यादा रहने पर लू चलने की घोषणा की जाती है। अगर सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री या उससे ज्यादा तापमान दर्ज हुआ है तो ‘भीषण लू’ मानी जाती है।
रीजनल फोरकास्टिंग सेंटर के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, आमतौर पर दिल्ली में 20 जून तक लू चलती है। दिल्ली में पिछले तीन दिन से बारिश नहीं हुई है। उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्म पछुआ हवाएं बह रही हैं, इन हिस्सों तक मॉनसून अभी नहीं पहुंचा है।
मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून राजस्थान के बाड़मेर पहुंच चुका है। इसकी उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है।
केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद, मॉनसून सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में आ गया था। पछुआ हवाएं मॉनसून को दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में आगे बढ़ने को रोक रही हैं।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में लोकल डिस्टरबेंस और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कुछ हिस्से में छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है। इससे बढ़े हुए तापमान में मामूली गिरावट आएगी। 2 जुलाई के बाद दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है।
मॉनसून में देरी का असर दिल्ली की बिजली सप्लाई पर भी दिख रहा है। एक तो गर्मी बढ़ रही है, ऊपर से शहर अनलॉक हो रहा है। नतीजा बिजली की डिमांड पीक पर पहुंच गई है।
मंगलवार को डिमांड 6,592 मेगावॉट तक पहुंच गई तो अबतक इस सीजन में सर्वाधिक है। अधिकारियों को उम्मीद है कि और ऑफिसेज खुलने पर डिमांड 7,000 से 7,400 मेगावॉट तक जा सकती है।