ग्रहों के दोष को दूर करने के लिए करे नवग्रह कवच मंत्र का जाप
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का विशेष महत्व होता है. ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों से व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी की जाती है.
कहते हैं कि कुंडली में नवग्रहों की दशा से इंसान के जीवन में दुख और सुख का आगमन होता है. सिर्फ इतनी ही नहीं जिंदगी में किस तरह की घटनाओं से व्यक्ति का सामना होगा ये भी नवग्रह तय करते हैं.
जिंदगी में उतार-चढ़ाव भी इन नवग्रहों की वजह से ही होता है. ग्रहों के दोष को ठीक करने के लिए बहुत सारे उपाय किए जाते हैं. इसमें नवग्रह मंत्र कवच बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है.
ज्योतिष शास्त्र में नवग्रह कवच को बेहद चमत्कारी और लाभकारी मंत्र माना जाता है. इससे लोगों के जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. आइए आपको नवग्रह कवच मंत्र के बारे में बताते हैं सबकुछ.
नवग्रह कवच मंत्र का पाठ हर रोज पूरे मन के साथ करने से व्यक्ति के जीवन से रोग, कष्ट, ग्रहों के दोष, शत्रु बाधा, अशुभ नजर, अशुभ प्रभाव और अमंगलकारी चीजों से मुक्ति मिलती है. नवग्रह कवच मंत्र का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली, धन-सम्पत्ति, वैभव और यश की प्राप्ति होती है.
नवग्रह कवच मंत्र
ओम शिरो मे पातु मार्तण्ड: कपालं रोहिणीपति:।
मुखमङ्गारक: पातु कण्ठं च शशिनन्दन:।।
बुद्धिं जीव: सदा पातु हृदयं भृगुनंदन:।
जठरं च शनि: पातु जिह्वां मे दितिनंदन:।।
पादौ केतु: सदा पातु वारा: सर्वाङ्गमेव च।
तिथयोऽष्टौ दिश: पान्तु नक्षत्राणि वपु: सदा।।
अंसौ राशि: सदा पातु योगश्च स्थैर्यमेव च।
सुचिरायु: सुखी पुत्री युद्धे च विजयी भवेत्।।
नवग्रह कवच मंत्र के उच्चारण की शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए वरना इससे लाभ के बजाय हानि का सामना करना पड़ सकता है