पेगासस जासूसी कांड को लेकर मायावती का केन्द्र सरकार पर फूटा गुस्सा
पेगासस कथित जासूसी कांड को लेकर संसद के भीतर घमासान मचा हुआ है. विपक्षी दलों ने संसद के बाहर भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इसी बीच बसपा सुप्रीमो और
पूर्व सीएम मायावती ने भी इसको लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही मायावती ने सुप्रीम कोर्ट से मामले का स्वत: संज्ञान लेकर अपनी निगरानी में इसकी जांच कराने का अनुरोध किया है.
मायावती ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘‘संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है. पेगासस जासूसी कांड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं. इससे देश चिंतित है.’’
1. संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है। पेगासस जासूसी काण्ड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जाँच कराने को तैयार नहीं। देश चिन्तित। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 29, 2021
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “ऐसे में बसपा उच्चतम न्यायालय से अनुरोध करती है कि वह देश में इस बहुचर्चित पेगासस जासूसी मामले का खुद संज्ञान लेकर इसकी जांच अपनी निगरानी में कराए, ताकि इस संबंधी सच्चाई जनता के सामने आ सके.
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह कुछ मीडिया संगठनों के अंतरराष्ट्रीय समूह ने कहा था कि भारत में पेगासस स्पाइवेयर के जरिए 300 से अधिक मोबाइल नंबरों की संभवत:
निगरानी की गयी. इसमें दो मंत्री, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा अनेक कार्यकर्ताओं के नंबर भी थे. सरकार इस मामले में विपक्ष के सभी आरोपों को खारिज करती रही है.