मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घर-घर औषधि योजना की आज करेंगे शुरुआत
राजस्थान सरकार रविवार एक अगस्त से एक महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ करने जा रही है. इस योजना के तहत प्रदेश के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को आठ-आठ औषधीय पौधे निशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे.
प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा के दो-दो पौधे मुफ्त वितरित किए जाएंगे. पांच साल में हर परिवार को तीन बार आठ-आठ पौधे निशुल्क उपलब्ध होंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को एक वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए इस योजना का शुभारंभ करेंगे. योजना का मकसद प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य रक्षण के साथ ही औषधीय पौधों का संरक्षण और संवर्द्धन है.
लॉन्च होने से पहले ही गहलोत सरकार की यह योजना खासी चर्चित हो चुकी है. कई अन्य राज्य भी अपने यहां इस तरह की योजना लाने पर विचार कर रहे हैं.
बता दें कि कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक औषधियों की डिमांड बड़े स्तर पर देखने को मिली है. कार्यक्रम में घर-घर औषधि योजना पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन होगा. साथ ही प्रचार सामग्री का भी विमोचन किया जाएगा.
इस वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घर-घर औषधि योजना के साथ ही 72वें वन महोत्सव का भी शुभारंभ करेंगे. वहीं, वन राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे.
इस अवसर पर बिलौंची गांव में पीपल का पौधा रोपा जाएगा. मुख्यमंत्री इस पौधे के साथ ही अन्य पौधों के वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
कार्यक्रम में सांसद और विधायकों के साथ ही वन विभाग के अधिकारी, सभी जिला कलेक्टर और जिला स्तर पर गठित की गई टास्क फोर्स के सदस्य वर्चुअल रूप से जुड़ेंगे. राज्य सरकार के स्तर पर हर साल मॉनसून के दौरान वन महोत्सव का आयोजन किया जाता है. इसमें प्रदेश भर में बड़े स्तर पर पौधारोपण किया जाता है.