जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ललन सिंह हुए एक्टिव आरजेडी पर साधा निशाना
जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर लोकसभा से सांसद ललन सिंह ट्विटर पर एक्टिव हो गए हैं. पार्टी का राष्ट्रीय कमान संभालने की जिम्मेदारी मिलने के बाद गुरुवार को उन्होंने ट्वीट कर आरजेडी पर निशाना साधा.
उन्होंने 18 से 25 तक वाले युवाओं से कहा कि अपने आस-पड़ोस के बुजुर्गों के पास बैठकर नीतीश कुमार के पहले के जंगलराज के बारे में जानें. क्योंकि 18 से 25 साल तक के युवाओं ने सिर्फ नीतीश कुमार के ही शासन को देखा है.
18-25 वर्ष की उम्र के युवा साथियों,
— Lalan Singh (Rajiv Ranjan) (@LalanSingh_1) August 5, 2021
आपलोगों ने जब से होश सम्हाला है सिर्फ़ @NitishKumar जी के सुशासन को ही देखा, 1990-2005 दौर की रूह कंपाने वाला जंगलराज न देखा होगा। आपसभी से विनम्र निवेदन है कि अपने घर व आस-पड़ोस के बुजुर्गों के पास बैठकर उन दिनों की घटनाओं को जान लीजियेगा।1/2
सांसद ललन सिंह ने कहा कि 1990-2005 का वह दौर रूह कंपाने वाला था. यदि वर्तमान और भूत में अंतर नजर आए तो जाति-धर्म और कुनबी धारा से ऊपर उठकर ‘सामाजिक न्याय के साथ विकास’ वाली नीतियों के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने वाली एकमात्र पार्टी से जुड़कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवारने में अपना बहुमूल्य योगदान अवश्य दीजिए.
गौरतलब हो कि हाल ही दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी. इसमें सर्वसम्मती से यह फैसला लिया गया कि ललन सिंह ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे.
यदि आपको वर्तमान व भूत में अंतर नज़र आये तो जाति-धर्म और कुनबी धारा से ऊपर उठकर 'सामाजिक न्याय के साथ विकास' वाली नीतियों के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने वाली एकमात्र पार्टी @Jduonline से जुड़कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवारने में अपना बहुमूल्य योगदान अवश्य दीजिए। 2/2
— Lalan Singh (Rajiv Ranjan) (@LalanSingh_1) August 5, 2021
मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेता आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से सूबे की सियासी गलियारों में ऐसी चर्चाएं थीं कि ललन सिंह को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है.
इस पद के लिए पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी प्रबल उम्मीदवार बताए जा रहे थे, लेकिन ललन सिंह पर ही भरोसा जताया गया है.