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आगामी 24 घंटों में मध्य प्रदेश के इन छह जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की जताई आशंका

मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश के छह जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है.

अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. आईएमडी भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि प्रदेश के 6 जिलों राजगढ़, शाजापुर,

आगर मालवा, मंदसौर, गुना एवं अशोकनगर में आगामी 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं. इसे देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि इन छह जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश होने का अनुमान है.

साहा ने बताया कि इसके अलावा, प्रदेश के 17 जिलों श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, नीमच, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, धार, देवास, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, निवाडी और सागर में

आगामी 24 घंटों में भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान इन 17 जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर तक बारिश का अनुमान है. साहा ने बताया कि ये दोनों अलर्ट बृहस्पतिवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक प्रभावी रहेंगे.

साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश के चाचौडा एवं भानपुरा में सबसे अधिक 11-11 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि नटेरन, कुंभराज, सिलवानी, लटेरी एवं गंजबासौदा में नौ-नौ सेंटीमीटर, बेगमगंज, ग्यारसपुर एवं पठानी में आठ-आठ सेंटीमीटर,

केसली एवं जैसीनगर में सात-सात सेंटीमीटर, रेहली, राहतगढ़, बामौरी, राघौगढ़, उदयपुरा एवं ब्यावरा में छह-छह सेंटीमीटर और गुना में पांच सेंटीमीटर बारिश हुई है. इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मॉनसून के दौरान चार जिलों में ‘बहुत अधिक’ बारिश हुयी

जबकि तीन जिलों में ‘अधिक बरसात’ दर्ज की गयी. इस साल एक जून को मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से केवल उत्तर पूर्व दिल्ली में ‘कम’ बारिश हुयी है. यहां अब तक 149.9 मिमी बरसात हुयी है जबकि सामान्य तौर पर यहां 332.2 मिमी बरसात होती है.

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार कुल मिलाकर राजधानी में अब तक 40 प्रतिशत अधिक बरसात हुयी है. राजधानी में सामान्य तौर पर 293.4 मिमी की अपेक्षा 409.9 मिमी बारिश दर्ज की गयी है.

देश भर में 11 जुलाई तक सबसे कम बारिश वाले जिलों की सूची में शामिल मध्य दिल्ली में 62 फीसदी अधिक बारिश हुयी है. आंकड़ों के अनुसार यहां अब तक 537.5 मिमी बारिश दर्ज की गयी है

जबकि यहां लंबे समय से औसतन 332.2 मिमी बारिश होती रही है. मौसम विभाग के आंकड़ों में कहा गया है कि उत्तर दिल्ली में 596.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी है जो सामान्य से 107 फीसदी अधिक है. इसी प्रकार नयी दिल्ली में 468.4 मिमी बारिश हुयी है जो सामान्य से 80 प्रतिशत अधिक है.

आंकड़ों के अनुसार, उत्तर पश्चिम दिल्ली में सामान्य से 70 प्रतिशत अधिक, 426.3 मिमी बारिश दर्ज की गयी है, जबकि दक्षिण पश्चिम दिल्ली में सामान्य से 56 फीसदी अधिक 465.8 मिमी बारिश हुयी है.

जून में इस साल दिल्ली में 34.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी है जबकि सामान्य तौर पर 65.5 मिमी बारिश होती है. इसी प्रकार जुलाई महीने में राजधानी में 507.1 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी जो सामान्य बऔसत 210.6 मिमी से 141 प्रतिशत है।

जुलाई 2003 के बाद यह अब तक की सर्वाधिक बारिश है. राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बढ़ जैसी स्थिति बन गयी है, जिससे निपटने के लिए बृहस्पतिवार को भी राहत और बचाव अभियान जारी रहा.

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में झालावाड़, बारां, टोंक, कोटा और बूंदी के कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई. झालावाड़ के अकलेरा में सबसे अधिक 154 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.

विभाग के अनुसार, इस दौरान राज्य के अन्य कई इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई. राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कंमाडेंट पंकज चौधरी ने बताया कि प्रभावित इलाकों में बृहस्पतिवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी रहा.

उन्होंने बताया कि सवाईमाधोपुर के चाकेरी गांव में 19 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह से शाम तक सवाईमाधोपुर में 29.5 मिलीमीटर, कोटा में 17.2 मिलीमीटर,

जयपुर में 8.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि आगामी 24 घंटों के दौरान भरतपुर, धौलपुर, और करौली जिलों के एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. हरियाणा और पंजाब में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान सामान्य सीमा के करीब रहा.

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