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तेज दिमाग के लिए अपनाएं ये 7 आदतें होगा याददाश्त में सुधार

हालांकि कुछ शोध से पता चला है कि आहार और जीवनशैली का याददाश्त पर गहरा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि अपनी डाइट में कुछ बदलाव किए जाएं और कुछ आदतें बदली जाएं.

इन 7 टिप्‍स की मदद से आप प्राकृतिक तौर पर अपनी याददाश्‍त में सुधार कर सकते हैं हेल्‍थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक मछली का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड ईकोसापेंटेनोइक एसिड (ईपीए) और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (डीएचए) से भरपूर होता है.

जहां यह संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, वहीं यह हृदय रोग के जोखिम और सूजन को कम करने, तनाव और चिंता को दूर करने के लिए भी जरूरी है. वहीं कई अध्ययनों से पता चला है कि मछली और मछली के तेल की खुराक लेने से याददाश्त में सुधार हो सकता है.

अधिक चीनी खाने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं. कुछ शोध के हवाले से बताया गया है कि चीनी युक्‍त आहार से याददाश्‍त कम हो सकती है. इसलिए चीनी का सेवन कम करें. इससे न केवल आपकी याददाश्त में सुधार होगा, बल्कि शरीर का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा.

ध्यान यानी मेडिटेशन का अभ्यास आपके स्वास्थ्य को कई तरह से सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. यह आराम देने वाला और सुखदायक है. इससे तनाव और दर्द को कम करने, रक्तचाप को संतुलित करने और यहां तक ​​कि याददाश्त में सुधार करने में भी मदद मिलती है.

नींद का पूरा न होना भी खराब याददाश्त से जुड़ा हुआ है. बेहतर याददाश्‍त में नींद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कुछ शोध से पता चलता है कि अगर आप भरपूर नींद नहीं लेते तो तो आपकी याददाश्त पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

बहुत अधिक मादक पेय पदार्थों का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकता है और आपकी याददाश्त पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

कुछ अध्ययनों के मुताबिक इसका ज्‍यादा सेवन सेहत के लिए अच्‍छा नहीं होता, वहीं इसके परिणामस्वरूप स्मृति की कमी हो जाती है. ऐसे में अत्यधिक शराब के सेवन से बचना आपकी याददाश्त को सुरक्षित रखने का एक स्मार्ट तरीका है.

दिमागी खेल खेलकर भी आप अपनी याददाश्‍त को बेहतर बनाए रख सकते हैं. याददाश्त को बढ़ाने का यह एक मजेदार और प्रभावी तरीका है. मेमोरी को मजबूत करने के लिए आप शतरंज, पहेली हल करना, क्रॉसवर्ड आदि गेम खेल सकते हैं.

व्यायाम संपूर्ण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. यह जहां मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है, वहीं बच्चों से लेकर बड़े वयस्कों तक सभी उम्र के लोगों की याददाश्त में सुधार करने में भी मदद कर सकता है.

कई अध्ययनों से पता चला है कि व्यायाम न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रोटीन के स्राव को बढ़ा सकता है और न्यूरॉन्स के विकास और विकास में सुधार कर सकता है, जिससे मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार होता है.

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