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मध्य प्रदेश कोरोना की वैक्सीनेशन के मामले में देश में आया अव्वल

मध्य प्रदेश कोरोना की वैक्सीनेशन के मामले में देश में अव्वल चल रहा है. दूसरे राज्यों की तुलना में मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन बेहतर स्थिति है. कई बार वैक्सीनेशन को लेकर मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड बनाएं.

कई जिले की आबादी को वैक्सीन का पहला डोज लग गया है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश की कई ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो गया है.

एमपी में वैक्सीनेशन के शुरुआती दौर की तैयारियों और आगामी प्रभावी रणनीति के चलते तेजी से टीकाकरण का काम चल रहा है. 12 अगस्त तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो 3 करोड़ 67 लाख 39 हजार 380 वैक्सीन के डोज लग चुके हैं. इसमें पहला डोज 3,08,20,508 और दूसरा डोज 59,18,872 लोगों को लगा है.

मध्य प्रदेश ने 21 जून को एक दिन में 17 लाख से ज्यादा वैक्सीनेशन कर रिकॉर्ड कायम किया था. जून में ही मध्य प्रदेश में एक दिन में वैक्सीनेशन महाअभियान में फिर देश में सबसे आगे रहा.

10 लाख 81 हजार 128 लोगों ने वैक्सीन लगाकर मध्य प्रदेश देश में अव्वल रहा. वैक्सीनेशन के पहले डोज में देवास प्रदेश में नंबर वन पर है. यहां की पूरी आबादी को पहला डोज लग चुका है.

इसके तहत यहां की 2 लाख 21 हजार 328 लोगों की जनसंख्या को टीका लगा दिया गया. सीहोर के नगरीय क्षत्रों के साथ शाहगंज, बुधनी और रेहटी में भी शत प्रतिशत वैक्सीनेश का कार्य पूर्ण हो चुका है.

प्रदेश की 220 पंचायत शत प्रतिशत वेक्सीनेशन पूरा हुआ. छिंदवाड़ा की गाजनडोह और रिधौरा पंचायत में भी 100% वैक्सीनेशन हुआ. परासिया ब्लॉक की दो पंचायतों ने 100% वैक्सीनेशन कराने में बाजी मारी.

शहडोल जिले की बुढ़ार नगर परिषद क्षेत्र में सौ फीसदी वैक्शीनेशन हुआ. जिले का जमुई गांव का भी शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया है. जमुई गांव की आबादी 3200 है और इसमें से 1855 18 लोग रहते.

शहडोल की 6 अन्य ग्राम पंचायतों ने भी शत-प्रतिशत टीका करण सम्पन्न हुआ. छतरपुर प्रदेश का एक मात्र जिला है जहां अब तक दो नगर पालिकाओं और 9 नगर परिषदों सहित कुल 11 निकायों में पहले डोज का 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो चुका है. इन 11 निकायों को टीके का सुरक्षा चक्र मिलने के कारण इन इलाकों से कोरोना के नए मामले सामने नहीं आ रहे हैं.

यह इसलिए संभव हो सका है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया गया. हर केंद्र पर प्रेरक भेजे गए. समुदाय में जाकर भी जनप्रतिनिधियों ने लोगों से टीका लगवाने की अपील की.

राज्य टीकाकरण अधिकारी संतोष शुक्ला ने कहा कि टीका ही बचाव की गारंटी है. कार्ययोजना इस प्रकार से तय की है, जिससे छूटे हुए लोगों तक वेक्सीन पहुंच सके. मध्य प्रदेश के लिए दूसरे राज्यों से अलग रणनीति बनाई.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम में तीस हजार साथिया नाम से वालेंटियर बनाकर टीकाकरण का महाअभियान चलाया गया. साथ ही युवा शक्ति कोरोना मुक्ति प्रोग्राम के तहत कॉलेज के स्टूडेंट को जागरूक किया गया और उनका वैक्सीनेशन भी किया गया.

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