LIVE TVMain Slideउत्तर प्रदेशदेश

उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई कांग्रेस की अहम बैठक समस्याओं पर हुई चर्चा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं और सभी सियासी दल अपने संगठन को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बीएसपी और कांग्रेस जोर आजमाइश में लगे हैं

कि कैसे जनता के बीच अपनी बैठ को बढ़ाया जाए. इसी कड़ी में आज कांग्रेस के सियासी दिग्गज कानपुर पहुंचे और चुनावी घोषणा पत्र को लेकर एक बड़ी बैठक की.

दरअसल, कांग्रेस पार्टी यूपी चुनाव से पहले घोषणा पत्र समिति के जरिए एक संदेश देने की कोशिश करना चाहती है. कोशिश ये है कि समाज के विभिन्न तबकों के प्रतिनिधियों से मिलकर उनकी राय जानी जाए

और उनकी समस्याओं को समझकर उसे चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया जाए. जिससे ये संदेश जनता में जाए कि इस बार कांग्रेस पार्टी जनता से जुड़कर विरोधियों को मात देने की जुगत में है.

कांग्रेस की तरफ से इस क्रम में जनप्रतिनिधियों और तमाम संस्थाओं के प्रतिनिधियों से समस्याओं को जानने के लिए मुलाकात के लिए बुलाया गया. उनसे विस्तृत बातचीत करते हुए समस्याओं को समझा गया

और उन्हें भरोसा दिलाया गया कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जब घोषणा पत्र सामने लाएगी तो उनकी समस्याओं को भी प्रमुखता से स्थान दिया जाएगा. यही नहीं अगर कांग्रेस यूपी में सरकार बनाती है तो इन समस्याओं को हल भी किया जाएगा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सलमान खुर्शीद, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी, कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, राष्ट्रीय सचिव कांग्रेस अजय कपूर समेत तमाम बड़े नेता चुनावी घोषणा पत्र की इस मंथन बैठक में शामिल हुए.

सलमान खुर्शीद के नेतृत्व में कांग्रेसी दल ने समाज के सभी तबकों से आए प्रतिनिधियों से वार्ता की और ये जानने की कोशिश भी की कि कानपुर में कौन-कौन सी समस्याएं ऐसी हैं जिनका निदान सालों से नहीं हुआ है.

सलमान खुर्शीद की मानें तो उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना के प्रबंधन में अपनी पीठ थपथपाई है. लेकिन, कोरोना में लोग कैसे परेशान हुए ये सब जानते हैं. जनता के मुद्दे ही कांग्रेस के मुद्दे होंगे

इस बात का भी सलमान खुर्शीद ने भरोसा दिलाया है. सलमान खुर्शीद की मानें तो कानपुर की कुछ समस्याएं उनको पता थी लेकिन बहुत सी समस्याओं के बारे में उन्हें लोगों से मिलकर पता चला है.

वहीं, सलमान खुर्शीद से जब इस बैठक में कांग्रेसी दिग्गज श्री प्रकाश जयसवाल की गैर मौजूदगी के बारे में सवाल किया गया तो बड़ी साफगोई से उन्होंने कहा कि श्रीप्रकाश जयसवाल का कद बहुत बड़ा है.

अगर उन्हें चुनाव समिति में 38 सदस्यों में नहीं रखा गया तो इसका मतलब कांग्रेस पार्टी उनको और किसी बड़ी जिम्मेदारी से नवाजना चाहती है. आने वाले दिनों में श्रीप्रकाश जायसवाल के अनुभव का पार्टी बखूबी इस्तेमाल करने जा रही है.

Related Articles

Back to top button