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मध्य प्रदेश के इन जिलों में मानसून सक्रिय तेज बारिश होने की संभावना

मध्य प्रदेश में 5 से 6 दिनों के ब्रेक के बाद एक बार फिर से मानसून सक्रिय हो गया है. सिस्टम बनने के साथ ही प्रदेश भर के ज्यादातर जिलों में आने वाले 1 से 2 दिनों तक तेज बारिश होने की संभावना है.

प्रदेश भर में 1 जून से 19 अगस्त तक 0.06% सामान्य से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है. प्रदेश भर के 30 जिले अभी औसत बारिश के आंकड़े से दूर हैं. तय समय से पहले मानसून के दस्तक देने के बाद भी प्रदेश के ज्यादातर जिलों को बारिश की दरकार है.

मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में शाजापुर में 66.0 मिली मीटर, खण्डवा में 52.0 मिमी, छिंदवाड़ा में 49.4 मिमी, रायसेन में 28.4 मिमी, नरसिंहपुर में 26.0 मिमी, होशंगाबाद में 24.8 मिमी, सीधी में 20.4 मिमी,

पचमढ़ी में 19 मिमी, गुना में 19.0 मिमी, सिवनी में 18.2 मिमी, मंडला में 11.6 मिमी, सतना में 10.4 मिमी, जबलपुर में 10.3 मिमी, बैतूल में 5.4 मिमी, खरगोन में 5.2 मिमी, दमोह में 5.0 मिमी,

भोपाल में 4.8 मिमी, मलाजखंड में 4.4 मिमी, उज्जैन में 4.4 मिमी, सागर में 4.2 मिमी, इंदौर में 4.1 मिमी, रीवा में 2.8 मिमी, उमरिया में 2.4 मिमी, धार में 1.7 मिमी व भोपाल सिटी में 8.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई.

आने वाले 24 घंटों में मौसम विभाग ने भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. सागर संभाग के सभी जिलों, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा सिवनी,

राजगढ़, विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद, बैतूल, धार जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन चंबल संभाग में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.

प्रदेश भर में भारी बारिश के बाद भी 30 जिले अभी भी सामान्य बारिश के कोटे से दूर हैं. अगस्त महीने के 20 दिन बीतने के बाद भी औसत बारिश का कोटा अभी 30 जिलों में पूरा नहीं हुआ है.

अनूपपुर 3 फीसदी, बालाघाट 36 फीसदी, छतरपुर 23 फीसदी, दमोह 41 फीसदी, डिंडोरी 9 फीसदी, जबलपुर 37 फीसदी, कटनी 28 फीसदी, मंडला 18 फीसदी, नरसिंहपुर 1 फीसदी, पन्ना 34 फीसदी और सागर में 13 फीसदी बारिश हुई है.

मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा तट के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना है. मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में है, जबकि पूर्वी छोर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना है.

इसके अतिरिक्त पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है. इन 3 वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से बड़े पैमाने पर नमी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार बन गए हैं.

बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है. इसके असर से प्रदेशभर के ज्यादातर जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है.

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