योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिया बयान
सितंबर माह के पहले हफ्ते में योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगायी जा रही अटकलों पर राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है
कि ये तारीखें मीडिया की देन हैं. हालांकि इसके साथ ही सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ये भी स्वीकार किया कि प्रदेश में मंत्रियों के कई पद खाली हैं. जिसे भरे जाने की आवश्यकता है.
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि पहले भी मीडिया की ओर से कई बार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तारीखें बतायी जा चुकी हैं. लेकिन हर तारीख आने के बाद इसको लेकर मीडिया को ही निराशा भी हुई है.
उन्होंने कहा है कि सितम्बर के पहले हफ्ते में योगी मंत्रिमंडल के विस्तार का आंकलन भी मीडिया की ओर से चल रहा है लेकिन वास्तविकता ये है कि मंत्रिमंडल का विस्तार करना पूरी तरह से सीएम का विशेषाधिकार होता है. उसी के आधार पर मुख्यमंत्री किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला करते हैं.
उन्होंने कहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर फिलहाल मेरे पास कोई जानकारी नहीं है. लेकिन हो सकता है कि मीडिया के पास इसकी ज्यादा जानकारी हो. हालांकि कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ये भी स्वीकार किया है कि कोरोना से निधन के बाद मंत्रियों के कई पद खाली हैं.
जिसे भरे जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा है कि सीएम के पास ही इसे खाली रखने या फिर भरने का संवैधानिक अधिकार होता है इसलिये इस पर कोई भी निर्णय मुख्यमंत्री को ही करना होता है.
वहीं 2022 से पहले होने वाले योगी कैबिनेट के विस्तार में सहयोगी दलों के नेताओं को भी एडजस्ट करने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बातचीत चलती रहती है.
उन्होंने कहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार सहयोगी दलों के नेताओं से लगातार बातचीत कर रहे हैं.
लेकिन कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि भाजपा के सभी सहयोगी दल सरकार के कामकाज और गठबंधन को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट हैं और 2022 में एक साथ मिलकर चुनाव भी लड़ने जा रहे हैं.