मुख्यमंत्री अतरौली, जनपद अलीगढ़ में स्व0 श्री कल्याण सिंह जी के त्रयोदशी संस्कार में सम्मिलित हुए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज अतरौली, जनपद अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजस्थान एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्व0 श्री कल्याण सिंह जी के त्रयोदशी संस्कार में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी सहित राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र तथा उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री जी ने के0एम0वी0 इण्टर कॉलेज, अतरौली में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हजारों, सैकड़ों वर्षों के उन सपनों को साकार करने के लिए जिस भी प्रकार के त्याग व समर्पण की आवश्यकता पड़ी, स्व0 श्री कल्याण सिंह जी कभी उससे पीछे नहीं हटे। उन्होंने देश व समाज के लिए जीवनपर्यन्त अपने को समर्पित कर दिया। यही कारण था कि स्व0 श्री कल्याण सिंह जी को जब भी सरकार व संगठन की जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने दोनों दायित्वों का पूरी प्रतिबद्धता, समर्पण व दृढ़ता के साथ निर्वहन किया। उनके त्याग और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्व0 श्री कल्याण सिंह जी ने उत्तर प्रदेश में भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त शासन व्यवस्था स्थापित करके गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ांे के हितों व कल्याण के लिए अपनी शासकीय जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी व प्रतिबद्धता के साथ किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री के रूप में और प्रदेश के बाहर राज्यपाल के रूप में उन्होंने सुशासन के मानक स्थापित किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 05 अगस्त, 2020 को अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर के निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। देश व दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था इससे जुड़ी हुई है। स्व0 श्री कल्याण सिंह जी श्रीराम मंदिर निर्माण आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के योद्धा थे। उन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धेय बाबूजी आज हमारे बीच भौतिक रूप से मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां हम सबसे जुड़ी हुई हैं। सार्वजनिक जीवन में सादगी व समर्पण तथा शासकीय रूप से जिस दृढ़ निश्चय के साथ उन्होंने प्रदेश में अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन किया, वह अनुकरणीय है। श्रद्धेय बाबूजी ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करके भयमुक्त वातावरण देने व समाज के अन्तिम पायदान के व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य पूरी ईमानदारी के साथ किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अतरौली विधान सभा क्षेत्र श्रद्धेय बाबूजी के साथ वर्ष 1962 से जुड़ा रहा है। यहां के लोगों के मन में बाबूजी के प्रति अपार श्रद्धा का भाव है। अतरौली विधान सभा क्षेत्र में कई संस्थाओं को बाबूजी ने अपने समय में स्थापित किया था। उन सभी संस्थाओं को आगे बढ़ाने व शासन स्तर पर उनके नामकरण की कार्यवाही को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी। उन्होेंने स्थानीय नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी को बाबूजी की इस विरासत को मिलकर आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लखनऊ में अत्याधुनिक कैंसर संस्थान एवं चिकित्सालय का नाम स्व0 श्री कल्याण सिंह जी के नाम पर तथा बुलन्दशहर में स्थापित हो रहे मेडिकल कॉलेज का नाम स्व0 कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह में श्रद्धेय बाबू जी की प्रतिमा भी लखनऊ के स्व0 कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के परिसर में स्थापित की जाएगी।
राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा कि स्व0 श्री कल्याण सिंह जी ने अपने जीवन मूल्यों व सिद्धान्तों से कभी समझौता नहीं किया, चाहे वह किसी भी पद पर रहे हों।
उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य ने बाबूजी के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व किसी एक राज्य या प्रदेश की सीमा से परे था। उनके व्यक्तित्व ने हम सबके हृदय पर अमिट छाप छोड़ी है।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री बी0एल0 वर्मा, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ0 दिनेश शर्मा तथा प्रदेश सरकार के मंत्रिगण, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्रदेव सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री जी सहित सभी गणमान्य लोगों ने त्रयोदशी संस्कार पर प्रसाद ग्रहण किया।