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ब‍िहार के इन 9 ज‍िले में 800 बच्‍चे वायरल फीवर की आये चपेट में

कोरोना की दूसरी लहर के बाद कई राज्‍य अब वायरल फीवर या कहे क‍ि ‘रहस्यमयी बुखार’ की चपेट में हैं. इस ‘रहस्यमयी बुखार’ का सबसे ज्‍यादा असर बच्‍चों में देखा जा रहा है.

उत्‍तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का ने बताया है क‍ि प्रदेश के 58 जिलों में संदिग्ध वायरल डेंगू और फ्लू का प्रकोप है. इसके अब तक 1358 मरीज अलग-अलग जिलों में सामने आ चुके हैं

और सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में मिले हैं. इतना ही नहीं इस ‘रहस्यमयी बुखार’ से बिहार के 9 जिले प्रभावित है, ज‍िसमें मुजफ्फपुर, वैशाली, सारण , सिवान, पटना ग्रामीण, गया, भोजपुर, समस्तीपुर और जहानाबाद हैं.

इसमें सबसे अधिक प्रभावित सारण, सिवान, वैशाली और मुजफ्फरपुर है. मध्‍य प्रदेश और द‍िल्‍ली भी इससे अछूता नहीं है. मध्‍य प्रदेश के भोपाल और ग्‍वाल‍ियर में इस बुखार के

सबसे ज्‍यादा मामले सामने आए हैं. बताया जा रहा है क‍ि भोपाल के अलग-अलग अस्‍पतालों में इस बुखार के 300 से ज्‍यादा बच्‍चे भर्ती हैं. द‍िल्‍ली में भी डेंगू के 125 नए मामले सामने आए हैं.

उत्‍तर प्रदेश में संदिग्ध वायरल और डेंगू को लेकर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया है क‍ि प्रदेश के 58 जिलों में संदिग्ध वायरल डेंगू और फ्लू का प्रकोप है. सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में मिले हैं.

उन्‍होंने कहा क‍ि डेंगू और संदिग्ध वायरल से जो मौतें हुई हैं, वह ज्यादातर निजी अस्पतालों या घरों में हुई है जिनका सैंपल हम लोग नहीं ले सके थे. उत्तर प्रदेश में 5 तारीख से बड़ा अभियान चलाया गया है.

इन 58 जनपदों के साथ सभी 75 जिलों में घर-घर टीमें पहुंच रही है. बुखार से संबंधित जानकारी भी ले रही है दवा भी दे रहे हैं और जो गंभीर हैं उनका सैंपल भी लिया जा रहा है.

मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई टीमें भी बनाई गई हैं जो अलग-अलग जिलों में जो काम कर रही हैं. लखनऊ मेडिकल कॉलेज समेत कई बड़े संस्थान की डॉक्टर्स को भेजा गया है

साथ ही नोडल अधिकारियों को भी भेजा गया था जो चार-चार दिन रहकर हर जिले में आए हैं. प्रतिदिन हम रिपोर्ट मांग रहे हैं यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया जाता है.

स्वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा है क‍ि ज‍िन लोगों के जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं है वह छोटे अस्पतालों में ना जाएं. हमने पीकू वार्ड बना रखे हैं. विशेष डॉक्टर भी हैं, तो वह हमारे डिस्टिक हॉस्पिटल में उस वार्ड में भर्ती हो और उनसे वहां इलाज कराएं.

स्वास्‍थ्‍य मंत्री का बयान हमारी तैयारी पूरी है दो तरह के बीमारी से सामने आई हैं. हर 3 साल पर एसएसब्लू के केस आते हैं. 2019 में डेंगू ज्यादा फैला था और इस बार फिर डेंगू और संदिग्ध वायरल फैला है

जिस पर सरकार गंभीरता से काम कर रही है. संदिग्ध वायरल में 2 बीमारियों का नाम स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है जिसमें पहला लेप्टोस्पायरोसिस और दूसरा स्क्रब टाइफस है.

बागपत में जानलेवा बुखार का कहर देखने को मिल रहा है. अब तक बुखार से 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई गांवों में सैकड़ों की संख्या में मरीज बुखार से पीड़ित है. बुखार से 5 मौतों कि पुष्टि बागपत के स्वास्थ्य विभाग ने भी की है.

बुखार से 5 मौत हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और आम लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. सीएमओ ने बताया कि जनपद में बुखार से 5 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 70 से ज्यादा मरीज बुखार से पीड़ित है.

साथ ही उन्होंने बताया कि बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है और जहां जहां बुखार के मरीजों की सूचना मिल रही है स्वास्थ्य विभाग वहां डोर टू डोर हेल्थ चेकअप करा रहा है,

जिसमें डेंगू, मलेरिया, टाइफाईड सहित कोविड-19 जांच की जा रही है. जानलेवा बुखार से गांवों में 2 बच्चे, 2 महिला और एक पुरुष की मौत हुई है.

फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ संगीता अनेजा का कहना है क‍ि 60 फीसदी मरीज डेंगू के हैं. उसके बाद वायरस फीवर वाले मरीज हैं. एक केस पहले स्क्रब टाइफस का आया था. लखनऊ से रिपोर्ट आई थी. हाई फीवर, पेट में दर्द, डिहाइड्रेशन, डायसेंट्री, वोमेटिंग की दिक्कतें लोगों में है. इस बार डेंगू का कहर ज्यादा है.

बिहार में 9 जिले फायरल फीवर से प्रभावित है. इसमें मुजफ्फपुर, वैशाली, सारण, सिवान, पटना ग्रामीण, गया, भोजपुर, समस्तीपुर और जहानाबाद शाम‍िल हैं. सबसे अधिक प्रभावित ज‍िलों में सारण, सिवान , वैशाली और मुजफ्फरपु. बिहार में तकरीब 800 बच्चे वायरल की चपेट में है.

पटना पीएमसीएच अभी तक — 172 भर्ती
पटना एनएमसीएह अभी तक — 140 भर्ती
पटना IGIMS अभी भर्ती — 50 भर्ती
पटना एम्स में अभी भर्ती — 80 भर्ती
मुजफ्फरपुर SKMCH और केजरीवाल में अभी — 230 भर्ती
भागलपुर मेडिकल कालेज में अभी — 50 भर्ती

मीड‍िया र‍िपोर्ट के अनुसार, मध्‍य प्रदेश में मंगलवार को 800 से ज्‍यादा बच्‍चों को बुखार की शिकायत के बाद अस्‍पताल लाया गया था. इसमें 300 से ज्‍यादा बच्‍चे भोपाल के अस्‍पताल में भर्ती हैं.

मध्‍य प्रदेश में बुखार के सबसे ज्‍यादा मामले ग्‍वाल‍ियर और भोपाल में सामने आए हैं. इन दो ज‍िलों के अलावा मंदसौर, सागर, सतना, रतलाम में रोजाना सैकड़ों बच्‍चों को बुखार की श‍िकायत के बाद अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है. इन बच्‍चों में वायरल इन्फेक्शन,सांस लेने में द‍िक्‍कत, डायरिया और निमोनिया जैसे लक्षण देखे गए हैं.

दिल्ली में भी इस साल डेंगू के मामले में बढ़ोतरी देखी गई है. 2018 के बाद सबसे ज्‍यादा डेंगू के केस देखने को म‍िले हैं. द‍िल्‍ली के साथ एनसीआर में भी डेंगू के कई मामले सामने आए हैं. इसमें सबसे ज्‍यादा मामले बच्‍चों के हैं.

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