कंगना रनौत ने कहा फिल्म के नायक की तरह उतर सकती है राजनीति में
कंगना रनौत इन दिनों अपनी फिल्म ‘थलाइवी को लेकर काफी चर्चा में हैं. इस फिल्म में उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता का किरदार निभाया है. राष्ट्रीय हित से जुड़े कई मुद्दों पर मुखर रहने वाली कंगना हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में पहुंचीं.
जहां, उन्होंने मंच से इशारे-इशारे में कहा दिया कि वह फिल्म के नायक की तरह बाद में भी राजनीति में उतर सकती हैं. इस दौरान कंगना के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर विष्णु वर्धन इंदुरी भी मौजूद थे.
कंगना रनौत अपनी बात को सोशल मीडिया पर डंके की चोट पर रखती हैं. उनके कुछ फैंस को ये पसंद आता है तो कुछ इसी बात के लिए ट्रोल करते हैं. हाल ही में थलाइवी की रिलीज से पहले जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे पूछा गया, ‘क्या ये फिल्म किसी भी तरह से उनके राजनीति में आने का रास्ता है?’ तो उन्होंने अपने मन की बात कह डाली.
जवाब में एक्ट्रेस ने कहा, ‘फिल्म कई मल्टीप्लेक्स में हिंदी में रिलीज नहीं होगी, मल्टीप्लेक्स ने हमेशा प्रोड्यूसर्स को परेशान करने की कोशिश की है. मैं एक नेशनलिस्ट हूं, देश के बारे में बात करती हूं इसलिए नहीं कि मैं एक पॉलिटिशियन हूं,
बल्कि इसलिए क्योंकि मैं देश की नागरिक हूं. अब रही पॉलिटिक्स में आने की बात तो अभी मैं एक एक्ट्रेस के तौर पर खुश हूं, लेकिन अगर कल को लोग मुझे पसंद करेंगे मुझे सपोर्ट करेंगे, तो यकीनन में पॉलिटिक्स में आना पसंद करूंगी’.
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की भूमिका निभाने वाली कंगना का मानना है कि फिल्म जयललिता की यात्रा के बारे में अधिक है और इसका मतलब पुरुष प्रधान समाज से संबंधित किसी भी मानसिकता को बदलने की कोशिश नहीं करना है.
उन्होंने कहा, ‘थलाइवी’ में यह दिखाया गया है कि जिस व्यक्ति के बारे में लोगों ने सोचा वह कभी भी राजनेता नहीं होगा या इस तरह के अस्थिर राज्य की देखभाल नहीं कर पाएगा,
न केवल मुख्यमंत्री बना बल्कि कई चुनाव जीते. कई बार और राजनीति में उनके गुरु या गुरु ‘एमजीआर’ ने हमेशा उनका समर्थन किया. इसलिए, यह फिल्म दिखाती है कि कैसे कुछ समय पुरुष भी एक महिला के जीवन में आगे बढ़ने के लिए सहायक होते हैं.