जबलपुर में एक बार फिर बेकाबू हुआ कोरोना 80 नए मामले आये सामने
जबलपुर में कोरोना फिर पैर पसार रहा है. ये वही शहर है जहां प्रदेश में सबसे पहले कोरोना संक्रमण फैलना शुरू हुआ था और फिर उसने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया था.
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की विशेषज्ञ भले ही पुष्टि ना कर रहे हो लेकिन जिस तरह से संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है उससे साफ है कि तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है.
प्रदेशभर में जबलपुर में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. इस वजह से शहर से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक हड़कंप मचा हुआ है. इसलिए जबलपुर का निरीक्षण करने तीन-तीन टीमें पहुंची हैं. पिछले 10 दिन में कोरोना के 80 नये केस आ चुके हैं.
नेशनल हेल्थ मिशन, एम्स भोपाल और डॉक्टरों की एक टीम भोपाल से जबलपुर पहुंची हैं. लेकिन डॉक्टरों की टीम इस बात की जांच करने के बजाए कि कोरोना संक्रमण कैसे फैल रहा है इस बात की जांच कर रही हैं कि कहीं कोरोना की जांच में गड़बड़ी तो नहीं हो रही है.
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है पिछले कुछ दिनों में जबलपुर में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. भोपाल से आई टीमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब का निरीक्षण करेंगी.
साथ ही जबलपुर में कोरोना की जांच का परीक्षण भी करेंगी और पूरी रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को भेजेंगी. इस बात की जांच की जाएगी कि जबलपुर में आखिरकार इतने कोरोना मरीज कैसे सामने आ रहे हैं. जबकि मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में संक्रमण की दर लगभग शून्य है.
जबलपुर में पिछले 10 दिन में ही कोरोना के 80 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं. फ़िलहाल करीब 63 मरीजों का इलाज चल रहा है. सरकारी आंकड़ों में तो रोजाना 6 से 10 मरीज बताए जा रहे हैं.
लेकिन जानकारी के मुताबिक ये संख्या 30 से ज्यादा हैं. डॉक्टरों का कहना है जब लोगों को केवल बुखार और सर्दी की शिकायत है तो कही कोरोना संक्रमण की जांच में गड़बड़ी तो नहीं हो रही है.