मध्य प्रदेश के इन जिलों में आज भारी बारिश का मौसम विभाग ने लगाया अनुमान
मध्य प्रदेश के लिए अच्छी खबर है. सूखे से जूझ रहे इलाकों पर भी मॉनसून जाते जाते मेहरबान हो गया है. नदी नालों में पानी आ गया है और बांधों का जल स्तर भी बढ़ रहा है. इसलिए सिंचाई के साथ बिजली की समस्या भी दूर होने के आसार नजर आने लगे हैं.
मॉनसून बीतने को है औऱ प्रदेश के करीब 19 जिले सूखे से जूझ रहे थे. लेकिन अब प्रदेश में सक्रिय मानसून के कारण बारिश उन इलाकों पर भी मेहरबान है जहां पर अब तक कम बारिश हुई थी.
सबसे अच्छी खबर जल संसाधन विभाग की तरफ से आई है. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने दावा किया है कि बांधों का जलस्तर बढ़ रहा है. ज्यादातर डैम में पानी भरने के कारण अब सिंचाई की समस्या खत्म होती नजर आ रही है.
मंत्री ने ये भी दावा किया है कि प्रदेश के 70 फीसदी बड़े डैम पानी से लबालब हैं. मध्यम स्तर के डैम में 75 फीसदी तक पानी भर चुका है. 60 फ़ीसदी छोटे डैम पानी से फुल हो चुके हैं. जल संसाधन मंत्री ने उम्मीद जताई कि अभी भी प्रदेश में बारिश का दौर जारी है इसलिए अभी बांधों में और पानी आएगा.
प्रदेश में ग्वालियर चंबल में झमाझम बारिश और बाढ़ के कारण हालात बिगड़ गए थे. लेकिन निमाड़ समेत प्रदेश के एक बड़े हिस्से में कम बारिश के कारण हालात चिंताजनक हो गए थे. लेकिन बीते दिनों सक्रिय सिस्टम के कारण अब फिर से बारिश का दौर जारी है और डैम ज्यादातर डैम के खाली पेट भी भरना शुरू हो गए हैं.
प्रदेश भर में बारिश का सिलसिला जारी है. भोपाल में बीते 24 घंटे में 2 इंच बारिश दर्ज हुई है. राजधानी के बड़े तालाब का जलस्तर 166350 फीट से बढ़कर 1663.80 फीट पहुंच गया है जो कि फुल टैंक के लेवल 1666. 80 फीट से सिर्फ 3 फीट खाली है.
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 49 जिलों में बारिश दर्ज की गई है. टीकमगढ़, गुना, मंदसौर, राजगढ़, शिवपुरी, अशोकनगर जिले में डैम के गेट खोले गए हैं. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले 24 से 48 घंटों में सीधी,
सिंगरोली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा रीवा, सतना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, कटनी के लिए ऑरेंज और भोपाल के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. यदि बारिश का दौर इसी तरह जारी रहा तो प्रदेश के एक बड़े हिस्से पर खड़ा सूखे का संकट भी खत्म हो जाएगा.