बिहार में दिन में लगाए गए करीब 30 लाख वैक्सीन डोज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन यानि 17 सितंबर को देश में कोविड के खिलाफ टीकाकरण का नया रिकॉर्ड बना. शुक्रवार को देश में हुए 2.5 करोड़ टीकाकरण में सबसे बड़ी भागेदारी बिहार की रही.
इतना ही नहीं राज्य ने खुद का एक दिन में सबसे ज्यादा टीकाकरण का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. बिहार को राज्य की 7.4 करोड़ पात्र जनता का 15 करोड़ डोज के साथ दिसंबर के अंत तक दोहरा टीकाकरण करना होगा. अब तक यहां केवल एक-तिहाई डोज ही लगाए गए हैं और कुल टीकाकरण का आंकड़ा 5 करोड़ के आसपास है.
फिलहाल, राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति से जूझ रहे बिहार ने 17 सितंबर को करीब 30 लाख लोगों को वैक्सीन दी. पीएम मोदी के जन्मदिन पर बने 2.5 करोड़ टीकों के रिकॉर्ड में यह सबसे बड़ी हिस्सेदारी थी.
इस उपलब्धि के साथ ही बिहार ने 31 अगस्त को बने 27.6 लाख डोज लगाने के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है. उस दिन राज्य ने करीब 10 हजार टीकाकरण केंद्र आयोजित किए थे. हालांकि, 17 सितंबर को इस आंकड़े को बढ़ाकर 14 हजार कर दिया गया.
खास बात यह है कि बिहार अब एक दिन में सबसे ज्यादा डोज लगाने के मामले में बिहार केवल उत्तर प्रदेश से पीछे है. 31 अगस्त को यूपी में 35 लाख डोज लगाए गए थे. शक्रवार को यह आंकड़ा 27.5 लाख पर रहा.
17 सितंबर को लगाए गए कुल 30 लाख डोज में से लगभघ 28 लाख बिहार के ग्रामीण इलाकों में लगाए गए थे. सरकार ने इस बात को सुनिश्चित किया था कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में टीका लगाने वाले कर्मी नाव के जरिए पहुंचे. बिहार सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, दूर-दराज के जिलों में भी भारी बारिश के बीच लोग कतार बनाकर वैक्सीन ले रहे थे.
रिकॉर्ड 2.27 लाख डोज पूर्वी चंपारण जिले में लगाए गए थे. 1.61 लाख डोज मुजफ्फरपुर में दिए गए और एक लाख से ज्यादा टीके पूर्णिया में लगाए गए. शुक्रवार को हुए कुल टीकाकरण में बिहार में करीब 20 लाख डोज 18-44 आयुवर्ग को दिए गए थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस उपलब्धि की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 21 जून को ‘6 महीने, 6 करोड़ टीकों’ का लक्ष्य रखा गया था. कुमार ने कहा कि उन्हें अब विश्वास है राज्य इस लक्ष्य को पार कर लेगा.
सीएम ने कहा, ‘शहरी इलाकों में टीकाकरण काफी हद तक पूरा हो गया है और अब हम ग्रामीण इलाकों में इसकी रफ्तार बढ़ा रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘बिहार में कोरोना वायरस का ग्राफ गिर रहा है. हम लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अभियान चला रहे हैं.’
हालांकि, अभी भी लक्ष्य हासिल करने के लिए बिहार को लंबा रास्ता तय करना है. राज्य में 55 फीसदी पात्र आबादी को ही पहला डोज लगा है और दूसरा डोज हासिल करने वालों की संख्या 12 फीसदी है. 17 सितंबर और 31 अगस्त की रफ्तार को देखते हुए बिहार उम्मीद कर रहा है कि अक्टूबर के अंत तक पहले डोज का काम पूरा हो जाएगा.