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पीएम स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में यूपी देश में अव्‍वल

पीएम स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में यूपी देश में अव्‍वल

इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान में न्‍यू अर्बन इंडिया कॉन्‍क्‍लेव के उद्धाटन पर पीएम मोदी ने मंच से एक बार फिर सीएम योगी आदित्‍यनाथ के कामों को सराहा । उन्‍होंने कहा कि सीएम योगी के प्रयासों से कोरोना काल में गरीबों को संबल देने वाली पीएम स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में उत्‍तर प्रदेश देश में प्रथम स्‍थान पर है। उन्‍होंने कहा कि जिन तीन शहरों ने इस योजना में उत्‍कृष्‍ट काम किया है। उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल है। योजना के तहत यूपी के 7 लाख से अधिक स्‍ट्रीट वेंडर को इसका सीधा लाभ मिला है, जो बड़ी उपलब्धि है। पीएम ने कहा कि रेहड़ी, पटरी व ठेला कारोबारियों को सीधे बैंक से जोड़ने का काम किया जा रहा है।

        कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान देश भर के स्‍ट्रीट वेंडरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा था। इनका कारोबार लगभग बंद हो गया था। दोबारा कारोबार शुरू करना इनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। ऐसे में केन्‍द्र सरकार की पीएम स्‍वनिधि योजना स्‍ट्रीट वेंडर के लिए बड़ा सहारा बनी। कोरोना काल के बाद दोबारा काम शुरू करने के लिए इस योजना के जरिए स्‍ट्रीट वेंडरों को दस हजार रुपए तक लोन दिया गया। ताकि वह दोबारा अपना काम शुरू कर सकें। लोन की प्रक्रिया को काफी आसान रखा गया। इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों के रेहड़ी-पटरी वालों को एक साल के लिए 10,000 रुपये का ऋण बिना किसी गारंटी के उपलब्ध कराया गया।

लखनऊ व कानपुर आगे

        पीएम मोदी ने स्‍ट्रीट वेंडरों को ऋण देने में लखनऊ व कानपुर के स्‍थानीय निकायों की तारीफ की। पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में यूपी अव्‍वल है। खासकर देश के तीन शहरों के स्‍थानीय निकायों ने इसमें उल्‍लेखनीय काम किया है। उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल हैं। वहीं, यूपी केन्‍द्र सरकार की 41 योजनाओं के क्रियान्‍वयन में देश के सभी राज्‍यों में अव्‍वल है।

लाशों पर राजनीति करने का मौका न मिलना अखिलेश के दुख की असली वजह: सिद्धार्थ नाथ

अखिलेश जी लखीमपुर में जो कुछ हुआ उससे आपसे ज्यादा दु:खी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हैं। वह पहले ही घटना को बेहद दुखद और दुर्भाग्यशाली बता चुके हैं। इसके बाद इस बाबत आप द्वारा बहाये जा रहे आंसू घड़ियाली हैं। आप किसानों के न कभी हमदर्द थे न हैं। आपकी सारी मंशा किसानों की लाश पर राजनीति कर पूरे प्रदेश में अराजकता फैलाने की थी। यही आपकी पार्टी का मूल चरित्र और पहचान है।”

        यह बातें प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के जवाब में जारी एक बयान में कही।

        सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि लखीमपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निष्पक्ष और तेजी से जांच के लिए मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच कराने का निर्णय लिया है। यह भी निर्देश दिया है कि सरकार घटना की तह तक जाएगी। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। इसी क्रम में हर मृतक किसान के परिजनों को ₹45-45 लाख की सहायता राशि दिया। घायलों को 10 लाख और मृतक आश्रितों को सरकारी नॉकरी देने की घोषणा की है। सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल प्रबंधन के कारण अखिलेश की दाल नहीं गली। यही उनके दुख की वजह है। देश तो तब दुखी हुआ था जब आपकी पार्टी ने वाराणसी बम धमाके में शमिल आतंकियों की पैरवी की थी। उस समय तो सपा लोगों के नजरों में ही गिर गई जब इसी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ये तल्ख टिप्पणी की थी कि आज आप जिनकी पैरवी कर रहे हैं, क्या कल उनको पद्मश्री से भी नवाजेंगे। पर यह सब आपको याद नहीं होगा। न इस पर कभी शर्म किए होंगें। लखीमपुर जो कुछ हुआ उसके लिए मुख्यमंत्री दुख जता चुके हैं। किसानों की हर मांग मानी चुकी है। फिर आपके पेट में मरोड़ क्यों उठ रहा है।

        मालूम हो कि अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि उप्र किसानों की हत्याओं को लेकर शोकाकुल है, ये महोत्सव का समय नहीं है।

स्‍वरोजगार से जोड़कर गरीबों के सपनों को पूरा कर रही सरकार

दो वक्‍त की रोटी के लिए जूझने वाले गरीब अब दूसरों को रोजगार दे रहे हैं। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले इन युवाओं के पास अपनी पक्‍की दुकान है तो कोई बिना ब्‍याज के लोन हासिल कर कारोबार को आगे बढ़ रहा है। अनुसूचित जाति वित्‍त एवं विकास निगम की 9 से अधिक योजनाओं ने इन युवाओं की तकदीर बदलने का काम किया है। स्‍वरोजगार, अपनी दुकान, बिना ब्‍याज का लोन हासिल कर युवा व महिलाएं अपने सपनों को पूरा कर रही हैं।

        अनुसूचित जाति वित्‍त विकास निगम की पंडित दीन दयाल उपाध्‍याय स्‍व रोजगार योजना अनुसूचित जाति के युवाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लेकर आई। इसमें बैंकों की मदद से विभाग ने युवाओं को कृषि, उद्योग व सेवा व्‍यवसाय के क्षेत्र में महज 4 प्रतिशत की ब्‍याज दर पर 10 लाख रुपए तक का लोन उपलब्‍ध कराया। इसमें 25 प्रशित की मर्जिन मनी भी दी गई। विभाग के अनुसार वित्‍तीय वर्ष 2021-22 में  इस योजना में जुलाई महीने तक 20,516 आवेदन किए गए थे। इसमें से 1,767 आवेदनकर्ताओं को लोन दिए गए, जिससे वह अब अपना कारोबार कर रहे हैं। नगरीय क्षेत्र दुकान निर्माण योजना के तहत जुलाई में 1000 दुकानों के सापेक्ष 250 दुकानों का निर्माण कराया गया जबकि 396 दुकानें निर्माणाधीन हैं। इस योजना के तहत बीपीएल कार्ड बेरोजगारों को जिनके पास अपनी भूमि होती है। उनको 78 से 85 हजार रुपए तक ब्‍याज मुक्‍त लोन दिलाया जाता है। इसमें 10 हजार रुपए की अनुदान राशि विभाग की ओर से दी जाती है।

आटा चक्‍की लगाकर महिलाएं होंगी आत्‍मनिर्भर

        अनुसूचित वित्‍त विकास निगम युवाओं के साथ महिलाओं को भी आत्‍मनिर्भर बनाने का काम कर रहा है। आटा/मसाला चक्‍की योजना के तहत प्रत्‍येक जनपद में 2250 महिलाओं को इस योजना के जरिए जोड़ा जाएगा। महिलाओं को 20 हजार रुपए ब्‍याज मुक्‍त लोन दिलाकर उनको आटा/मसाला चक्‍की लगवाई जाएगी। इसमें 10 हजार रुपए का अनुदान विभाग की ओर से दिया जाएगा जबकि शेष राशि महिलाओं को 36 महीने में देना होगी। फिलहाल 17 महिलाओं का चयन इस योजना के तहत किया जा चुका है। इसके अलावा आशा योजना, टेलरिंग योजना, व्‍यवसाय संवाददाता समेत अन्‍य योजनाओं के जरिए गरीबों को सपनों को पूरा करने का काम किया जा रहा है।

पीएम स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में यूपी देश में अव्‍वल

इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान में न्‍यू अर्बन इंडिया कॉन्‍क्‍लेव के उद्धाटन पर पीएम मोदी ने मंच से एक बार फिर सीएम योगी आदित्‍यनाथ के कामों को सराहा । उन्‍होंने कहा कि सीएम योगी के प्रयासों से कोरोना काल में गरीबों को संबल देने वाली पीएम स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में उत्‍तर प्रदेश देश में प्रथम स्‍थान पर है। उन्‍होंने कहा कि जिन तीन शहरों ने इस योजना में उत्‍कृष्‍ट काम किया है। उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल है। योजना के तहत यूपी के 7 लाख से अधिक स्‍ट्रीट वेंडर को इसका सीधा लाभ मिला है, जो बड़ी उपलब्धि है। पीएम ने कहा कि रेहड़ी, पटरी व ठेला कारोबारियों को सीधे बैंक से जोड़ने का काम किया जा रहा है।

कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान देश भर के स्‍ट्रीट वेंडरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा था। इनका कारोबार लगभग बंद हो गया था। दोबारा कारोबार शुरू करना इनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। ऐसे में केन्‍द्र सरकार की पीएम स्‍वनिधि योजना स्‍ट्रीट वेंडर के लिए बड़ा सहारा बनी। कोरोना काल के बाद दोबारा काम शुरू करने के लिए इस योजना के जरिए स्‍ट्रीट वेंडरों को दस हजार रुपए तक लोन दिया गया। ताकि वह दोबारा अपना काम शुरू कर सकें। लोन की प्रक्रिया को काफी आसान रखा गया। इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों के रेहड़ी-पटरी वालों को एक साल के लिए 10,000 रुपये का ऋण बिना किसी गारंटी के उपलब्ध कराया गया।

लखनऊ व कानपुर आगे

पीएम मोदी ने स्‍ट्रीट वेंडरों को ऋण देने में लखनऊ व कानपुर के स्‍थानीय निकायों की तारीफ की। पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री स्‍वनिधि योजना के क्रियान्‍वयन में यूपी अव्‍वल है। खासकर देश के तीन शहरों के स्‍थानीय निकायों ने इसमें उल्‍लेखनीय काम किया है। उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल हैं। वहीं, यूपी केन्‍द्र सरकार की 41 योजनाओं के क्रियान्‍वयन में देश के सभी राज्‍यों में अव्‍वल है। नगर आयुक्‍त लखनऊ अजय द्विवेदी ने टवीट कर पीएम स्‍वनिधि योजना को लेकर पीएम व सीएम योगी का आभार व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने कहा कि पीएम स्‍वनिधि योजना से रेहड़ी-पटरी व्‍यवसायियों को बड़ा वित्‍तीय संबल मिला है। मुख्‍यमंत्री के मार्गदर्शन में लखनऊ इस योजना के क्रियान्‍वयन में पूरे देश में प्रथम स्‍थान पर है।

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