बिहार : सुशील मोदी ने लालू यादव पर साधा निशाना और दी चुनौती
आरजेडी के कद्दावर नेता शिवानंद तिवारी ने ये दावा किया है कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव आरजेडी में नहीं है. पार्टी ने उन्हें लालटेन के सिंबल का इस्तेमाल करने से भी रोक दिया है.
नए संगठन के गठन के बाद वो आरजेडी का हिस्सा नहीं हैं. शिवानंद तिवारी के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है. अपनी ही पार्टी में अनदेखी का शिकार हुए तेज प्रताप के समर्थन में राज्यसभा सांसद सुशील मोदी उतरे हैं. उन्होंने ट्वीट कर इस मुद्दे पर शिवानंद तिवारी को घेरा है. साथ ही लालू यादव को चुनौती भी दी है.
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ” जिस पार्टी में अब तक लालू प्रसाद के अलावा कोई अन्य राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हुआ और पत्नी राबड़ी देवी सहित सभी 11 सदस्य एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर की हैसियत रखते हैं, उसमें परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव की हैसियत को नकार कैसे सकता है?”
जिस पार्टी में अब तक लालू प्रसाद के अलावा कोई अन्य राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हुआ और पत्नी राबड़ी देवी सहित सभी 11 सदस्य एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर की हैसियत रखते हैं, उसमें परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति बड़े बेटे और विधायक तेजप्रताप यादव की हैसियत को नकार कैसे सकता है?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 7, 2021
सुशील मोदी ने कहा, ” तेज प्रताप ने युवाओं में अपना एक समर्थक वर्ग तैयार किया है, जिससे पार्टी के पावर वार में उनसे प्रतिद्वंदता रखने वाले परेशान हो सकते हैं. लालू प्रसाद में यदि हिम्मत है तो वे तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा करें.”
राज्यसभा सांसद ने कहा, ” पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी आरजेडी के किसी भी पद पर हों, लेकिन उनके बयान का कोई मायने नहीं. वे एक दल के राजनीतिक वारिस को खारिज करने वाले होते कौन हैं? उनके जैसे लोग आरजेडी में राजनीतिक अवसर देख कर आते-जाते रहे हैं.”
मालूम हो कि कल शिवानंद तिवारी द्वारा दिए ब्यान पर विवाद जारी है. इसी विवाद के बीच बिहार में होने वाले उपचुनाव को लेकर आरजेडी की ओर से स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी गई है.
पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी राजद के किसी भी पद पर हों, लेकिन उनके बयान का कोई मायने नहीं। वे एक दल के राजनीतिक वारिस को खारिज करने वाले होते कौन हैं?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 7, 2021
उनके जैसे लोग राजद में राजनीतिक अवसर देख कर आते-जाते रहे हैं।
सूची में 20 नेताओं के नाम हैं. लेकिन तेज प्रताप यादव का नाम लिस्ट से नदारद है. ऐसे में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. अब इस पूरे मामले पर तेज प्रताप की प्रतिक्रिया का इंतजार है.