सीएम अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने एक साथ मेवाड़ के लिये भरी उड़ान
सीएम अशोक गहलोत आज करीब 6 माह बाद पहली बार जयपुर से बाहर दौरे पर वल्लभनगर और धरियावाद जा रहे हैं. राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच चल रही सियासी खींचतान के बीच आज दोनों ने एक साथ मेवाड़ के लिये उड़ान भरी.
गहलोत और पायलट के साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी हैं. चारों नेता वल्लभनगर और धरियावाद में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिये वहां पार्टी प्रत्याशियों की नामांकन रैली में शामिल होंगे. सीएम गहलोत इससे पहले अप्रैल में केरल दौरे पर गये थे.
जानकारी के अनुसार तय कार्यक्रम के तहत गहलोत, पायलट, डोटासरा और माकन एक साथ सुबह 9.30 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना हुये. पहले उनका सुबह 11 बजे वल्लभनगर पहुंचने का कार्यक्रम है.
चारों नेता दोपहर 12.30 बजे वल्लभनगर से वापिस रवाना होंगे. उसके बाद उनका दोपहर 1 बजे धरियावद पहुंचने का कार्यक्रम है. दोपहर 2.30 बजे सभी धरियावद से जयपुर के लिए वापिस रवाना होंगे. ये सभी शाम 4.15 बजे जयपुर आयेंगे. सीएम गहलोत समेत सभी नेता वल्लभनगर और धरियावाद में पार्टी प्रत्याशियों की नामांकन रैलियों को संबोधित करेंगे.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान कांग्रेस में करीब डेढ़ साल से गहलोत और पायलट के बीच सत्ता के लिये संघर्ष चल रहा है. इसका अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
सियासी तनातनी के बीच पिछले दिनों तीन विधानसभा सीटों पर हुये उपचुनाव के दौरान भी पार्टी ने दोनों नेताओं को एक साथ लाने का भरसक प्रयास किया. उसके बाद पायलट और गहलोत न केवल एक चौपर में सवार हुये थे
बल्कि एक मंच भी नजर आये थे. उसका फायदा भी पार्टी को मिला और वह अपनी दोनों सीटों को बचाने में कामयाब हुई थी. लेकिन उसके बाद फिर से दोनों के बीच मतभेद उभरने लगे और सियासी जुबानी जंग तेज हो गई है.
अब एक बार फिर उपचुनावों को देखते हुये आलाकमान दोनों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहा है. इसी रणनीति के तहत पायलट और गहलोत को एक साथ रखने की रणनीति बनाई गई है
ताकि एकजुटता का संदेश दिया जा सके. इसके लिये प्रदेश प्रभारी अजय माकन गुरुवार रात को ही जयपुर आ गये थे. यह दीगर बात है कि पार्टी की यह कोशिश कितनी सफल होगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा.