कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना मौन व्रत किया खत्म
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना मौन व्रत खत्म कर लिया है. सिद्धू लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारवालों से मुलाकात करने लखीमपुर पहुंचे थे. सिद्धू ने इस हिंसा में मारे गए लवप्रीत और पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के बाद सिद्धू रमन कश्यप के घर पर धरने पर बैठ गए थे और मौन व्रत धारण कर लिया था. सिद्धू ने धरने पर बैठने और मौन व्रत धारण करने के पहले उन्होंने कहा कि जब तक अजय मिश्रा के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होता, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा.
कांग्रेस नेत नवजोत सिंह सिद्धू ने मौनव्रत धारण करने के पहले कहा कि जबतक अजय मिश्रा के बेटे और लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के ऊपर कार्रवाई नहीं होती है, वो जांच में शामिल नहीं होता, वे यहां भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
उन्होंने कहा इस बयान के बाद से मैं मौन हूं और किसी से कोई बात नहीं करेंगे. सिद्दू ने मौनव्रत लेने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं से घर वापस जाने की अपील भी की, उन्होंने कार्यकर्ताओं से लिखकर घर वापस जाने की अपील की.
नवजोत सिंह सिद्धू ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस हिंसा के आरोपियों को बचा रही है. आज अगर आप किसान आंदोलन को देखेंगे तो आपको पता लगेगा कि किसानों का सिस्टम से विश्वाश उठ गया है.
मंत्री के बेटे और आरोपी आशिष मिश्रा को जांच में शामिल होना चाहिए.किसानों के संघर्ष में किसी नेता की भी आहुति होनी चाहिए. मैं अपनी वचन का पक्का हूं, जब तक मंत्री अजय मिश्रा के बेटे पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक में यहां पर हड़ताल पर बैठा रहूंगा.