मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की है।
आज यहां जारी एक शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में अर्थ सहित चार प्रकार के पुरुषार्थ बताए गए हैं। धनतेरस इसी का द्योतक है। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रदेश में अन्त्योदय की भावना के अनुरूप समाज के अंतिम व्यक्ति को भी सुख-समृद्धि प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज के दिन वैद्यगण भगवान धन्वंतरि का पूजन करते हैं। सर्वविदित है कि अच्छे स्वास्थ्य के माध्यम से ही सुख एवं समृद्धि पायी जा सकती है। इसलिए धनतेरस एवं धन्वंतरि जयंती के अवसर पर अर्थ के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य को प्राप्त करने का भी संकल्प लिया जाना चाहिए, जिससे एक स्वस्थ एवं समृद्ध समाज निर्मित हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने लोगों से धनतेरस एवं धन्वंतरि जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में की जा रही धान खरीद की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में की जा रही धान खरीद की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि पिछले वर्ष जहां-जहां धान खरीद केन्द्र स्थापित किए गए थे, उन्हें इस वर्ष भी चालू कर दिया जाए। उन्होंने अगले एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में 4500 धान खरीद केन्द्र स्थापित करते हुए इनके माध्यम से धान की खरीद तेजी से की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने किसानों से धान खरीद की सीमा समाप्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि धान खरीद में प्रशिक्षित कर्मियों को लगाया जाए। किसानों को उनसे की गई धान खरीद के सम्बन्ध में जानकारी एस0एम0एस0 के माध्यम से दी जाए। साथ ही, उन्हें धान की खरीद के लिए आवश्यक गुणवत्ता के सम्बन्ध में भी जानकारी दी जाए और नमी की समस्या को दूर करने से सम्बन्धित उपकरण क्रय केन्द्र पर उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने बटाईदार किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने राइसमिलर्स के साथ संवाद स्थापित करते हुए उनकी समस्याओं का भी समाधान करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने धान खरीद तथा किसानों को किए जा रहे भुगतान की विभिन्न स्तरों पर मॉनीटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद स्तर पर जिलाधिकारी, मण्डल स्तर पर मण्डलायुक्त तथा शासन स्तर पर मुख्य सचिव को प्रतिदिन की जा रही धान खरीद तथा इसके भुगतान के सम्बन्ध में समीक्षा करने के निर्देश देते हुए शासन को इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उन्होंने खाद्य आयुक्त तथा प्रमुख सचिव खाद्य को भी अपने-अपने स्तर से इस कार्य की मॉनीटरिंग करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में स्थापित किए गए धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। यदि उन्हें कोई समस्या हो, तो उसका त्वरित निस्तारण किया जाए। उन्होंने धान खरीद के सम्बन्ध में किसानों को सभी सहूलियत प्रदान करने के दृष्टिगत रणनीति तैयार करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धान खरीद के सम्बन्ध में किसान संगठनों से संवाद स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जरूरतमंद किसान का धान हर हाल में खरीदा जाए। धान क्रय केन्द्रों पर बोरों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की जाए। धान क्रय केन्द्र पर किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की सभी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए तत्पर है। किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कराने की दिशा में निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता से किसानों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री जी ने कृषि एवं राजस्व विभाग को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए अतिवृष्टि से प्रभावित धान किसानों को शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में डी0ए0पी0 की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को प्रमुख सचिव खाद्य ने अवगत कराया कि प्रदेश में अब तक लगभग 4,000 धान क्रय केन्द्र स्थापित किए जा चुके हैं, जहां पर धान खरीद हो रही है। उन्होंने कहा कि बचे हुए केन्द्र शीघ्र ही स्थापित करते हुए धान खरीद में तेजी लायी जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त श्रीमती एस0 राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जनपद अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर जनपद अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अयोध्या मण्डल के मण्डलायुक्त से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दीपोत्सव कार्यक्रम की रूपरेखा तथा तैयारियों के विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपोत्सव के मद्देनजर अयोध्या नगर तथा कार्यक्रम स्थल सहित पूरे अयोध्या जनपद में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। सुरक्षा के सभी इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं तथा जनसमूह की मॉनीटरिंग की जाए। दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या आने वालों के लिए पार्किंग की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मठ-मंदिरों की सजावट पर भी फोकस किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपोत्सव कार्यक्रम के समापन के उपरान्त अयोध्या आने वाले आगन्तुक अपने-अपने जनपदों को वापस जाएंगे। इसके अलावा, अन्य श्रद्धालु भी अपने-अपने घरों को वापस जाएंगे। ऐसे में कार्यक्रम के उपरान्त जनसमूह की वापसी को अच्छी तरह से मॉनीटर करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या शहर और जनपद में पुलिस की रातभर मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कार्यक्रम का आयोजन व्यवस्थित ढंग से उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए कहा। उन्होंने संतों के बैठने की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ए0डी0जी0 लखनऊ जोन को अगले 02 दिनों तक अयोध्या में कैम्प करने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्रीमती एस0 राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव नगर विकास श्री रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव आवास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद तथा सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।