कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने किया दावा जनवरी में आएगी कोरोना की तीसरी लहर
भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने अपनी स्टडी के आधार पर दावा किया है कि तीसरी लहर जनवरी में शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि ये तेजी से फैलता है. बता दें कि आईआईटी कानपुर में कोरोना के 3 नए मामले सामने आए है.
दो आईआईटी कैंपस, एक महिला आजाद नगर की रहने वाली है. सभी के सैंपल केजीएमयू लखनऊ भेजे गए है. फिलहाल शहर में एक्टिव केस की संख्या 5 हो गई है.
प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहरजनवरी में शुरू हो जाएगी. फरवरी में इसका पीक रहेगा हालांकि उनका कहना है कि नए वैरिएंट से फैल रहा संक्रमण काफी हल्का है, इससे ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने हल्के लॉकडाउन का भी सुझाव दिया है. आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी पद्मश्री प्रो मणींद्र अग्रवाल ने कंप्यूटर मॉडल ‘सूत्र’ के जरिए पहली व दूसरी लहर का भी पूर्वानुमान जताया था.
उसी मॉडल के आधार पर उन्होंने बताया कि लहर जनवरी के पहले हफ्ते से दस्तक देगी. तीसरी लहर का पीक फरवरी में आने की संभावना है. जिस समय यह तीसरी लहर पीक पर होगी
उस समय रोजाना एक लाख से डेढ़ लाख के बीच संक्रमित मरीजों के संभावना देखने को मिल रही है. प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा ये वैरिएंट नेचुरल इम्युनिटी को ज्यादा बाईपास नहीं कर रहा है.
नेचुरल इम्युनिटी का मतलब जिन लोगों को एक बार कोरोना हो चुका है उनको घबराने की जरूरत नहीं है. प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जैसा हम लोगों ने डेल्टा वैरिएंट के दौरान हो रहे प्रसार को रोकने के लिए एक हल्का लॉकडाउन (रात का कर्फ्यू, भीड़ पर प्रतिबंध) लगाया था
उसी तरह इस बार भी प्रयोग किया जा सकता है. उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की सभी सीमाओं पर सतर्कता बरती जा रही है. इसके साथ ही लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई तथा केजीएमयू में जीनोम सीक्वेंसी की रफ्तार भी तेज कर दी गई है.