गांव-गांव बनी सड़कें तैयार करेंगी योगी की जीत का रोडमैप
योगी सरकार ने पिछले पौने पांच वर्ष में जिस तरह सड़क मार्ग से गांवों को
जोड़ने का काम किया है यह आने वाले चुनाव में योगी की जीत का रोडमैप तैयार
करेगा। योगी सरकार अभी तक 15246 किलोमीटर से अधिक ग्रामीण मार्गों का
निर्माण करा चुकी है। जो पिछली सरकारों के मुकाबले मील का पत्थर साबित हो
रहा है। इसके साथ ही तहसील और विकास खंड मुख्यालयों को भी दो लेन चौड़े
मार्गों से जोड़ा जा रहा है।
सड़क और बिजली के सहारे विकास के पथ पर आगे बढ़ा जा सकता है। यूपी
में योगी सरकार ने इस कहावत को सौ फीसदी लागू किया है। योगी सरकार ने पौने
पांच वर्षों में जिस तरह से गांव-ग्रामीण-किसान को बेहतर बनाने के लिए सड़कों
का जाल बिछाने का काम किया है। इससे जहां किसानों को अपनी फसल क्रय केन्द्रों
तक पहुंचाने में मदद मिली तो ग्रामीणों को भी आवागमन में आसानी हुई है। योगी
सरकार ने सड़क मार्ग से मुख्य मार्ग को जोड़कर गांव और शहर के अंतर को कम
करने का भी काम किया है। सड़कों का जाल बिछने से गांवों से जहां एक तरफ
पलायन कम हुआ तो दूसरी तरफ गांवों में ही रोजगार और विकास को पंख भी लगे
हैं।
पिछले सत्तर वर्षों के उपेक्षित पड़े लगभग 1,557 राजस्व ग्रामों को सम्पर्क
मार्गों से जोड़ने का काम किया गया है। लोकनिर्माण विभाग के अनुसार 1,114
करोड़ रुपये खर्च करके इन ग्रामों में 1763 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण कराया
जा रहा है। जिनमें से अभी तक 1546 से अधिक राजस्व ग्रामों को 1740.24
किमी. से अधिक लम्बाई में मार्ग निर्माण कर सम्पर्क मार्ग से जोड़ा जा चुका है।
योगी सरकार ने गांव के मजरों को भी सड़क मार्ग से जोड़ने का काम किया है
जिनमें 2275 बसावटों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने के लिए 1407 करोड़ रुपये जारी
किए हैं जिनमें से 1717 बसावटों में 2173.60 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण
कराया जा चुका है। जबकि मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के तहत 33
राजस्व ग्रामों के लिए 29 किमी लंबे मार्ग के लिए 14.35 करोड़ की लागत से कार्य
पूरे कराए जा चुके हैं।
तहसील व विकास खंड मुख्यालयों को दो लेन से जोड़ा
प्रदेश के 26 तहसील मुख्यालय ऐसे थे जो दो लेन मार्ग से जुड़े नहीं थे। जिन्हें
दो लेन मार्ग से जोड़ने के लिए 387 करोड़ रुपये से 270 किमी लंबी सड़क बनाई
गई हैं। इनमें से 24 से ज्यादा कार्यों को शत-प्रतिशत पूरा कराया जा चुका है। वहीं
144 विकास खंड मुख्यालयों को दो लेन मार्गों से जोड़ने के लिए 2088 करोड़ रुपये
खर्च किए जा रहे हैं। इस भारी भरकम रकम से विकास खंड मुख्यालय जाने वाली
1282 किमी सड़क को चौड़ा कराया जा रहा है। 144 विकास खंडों में से लगभग
100 कार्यों को पूरा कराया जा चुका है।