मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में निपुण भारत मॉनीटरिंग सेण्टर का उद्घाटन किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में 955 करोड़ रुपए की लागत की 334 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इनमें गोरखपुर विकास प्राधिकरण की लगभग 316.64 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 616 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास तथा लोक निर्माण विभाग एवं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की 22 करोड़ रुपए की 22 परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 1,261 दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण वितरित किए। इसके अन्तर्गत गोरखपुर मण्डल के 414 पूर्ण दृष्टिबाधित बच्चों को अनुकूलित टैबलेट, जनपद गोरखपुर के 316 पूर्ण श्रवणबाधित बच्चों को श्रवण यंत्र तथा 264 मानसिक मंदित छात्रों को एम0आर0 किट, 55 पूर्ण दृष्टिबाधित बच्चों को ब्रेल किट तथा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को लैपटॉप का वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन विशेष महत्वपूर्ण है। 19 दिसम्बर, 1927 को देश की आजादी में अपने आप को बलिदान करने वाले पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां तथा ठा0 रोशन सिंह जैसे क्रान्तिकारियों को फांसी की सजा हुई थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता। विकास की प्रक्रिया का ही यह परिणाम है कि गोरखपुर निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। विगत 07 दिसम्बर, 2021 को प्रधानमंत्री जी द्वारा गोरखपुर में एम्स व उर्वरक कारखाने का उद्घाटन किया गया था। यह उर्वरक कारखाना अब किसानों को भरपूर मात्रा में खाद उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, रोजगार के सृजन के साथ-साथ आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को भी प्राप्त करेगा। गोरखपुर में अन्तर्राष्ट्रीय मानक के स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधा के केन्द्र के रूप में एम्स की स्थापना हुई है। इंसेफ्लाइटिस के मामले भी अब समाप्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई बड़ा प्रोजेक्ट आता है, तो वह अपने साथ अनेक योजनाएं लेकर आता है। आज यहां उसका लाभ प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर में विकास की विभिन्न योजनाएं संचालित हैं। शीघ्र ही नगर निगम के नए भवन का लोकार्पण होगा। यहां पर वॉटर स्पोर्ट्स का नया आधुनिक केन्द्र बन रहा है। वॉटर स्पोर्ट्स से यहां के नौजवानों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि विकास की योजनाओं में सभी को योगदान देना चाहिए। श्री काशी विश्वनाथ धाम विकास एवं समग्रता के प्रतीक का बेहतरीन केन्द्र बना है। जहां भगवान शिव की आस्था एवं श्रमिकों को सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। समाज के हर एक व्यक्ति को सम्मान देना होगा। विकास के लिए जब सार्थक समग्र सोच के साथ हम कार्य करना प्रारम्भ करेंगे, तो निश्चित ही सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त होंगे।
सांसद श्री रविकिशन शुक्ल, महापौर श्री सीताराम जायसवाल तथा विधायक श्री विपिन सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में निपुण भारत मॉनीटरिंग सेण्टर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की आधारभूत इकाई बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए जी0आई0एस0 आधारित विद्यालयवार परफॉर्मेंस किट मैप, लर्निंग कम आउट मैप बेस्ड निपुण भारत योजना का शुभारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि यह अत्यन्त महत्वपूर्ण इसलिए है कि वर्ष 2017 में जब वर्तमान सरकार ने अपना दायित्व सम्भाला था, तो उस समय बेसिक शिक्षा परिषद के तहत एक करोड़ 30 लाख बच्चें रजिस्टर्ड थे और उस समय विद्यालयों की स्थिति दयनीय थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत साढ़े चार वर्षों में बेसिक शिक्षा परिषद ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और तकनीक अपनाकर पारदर्शी तरीके से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया है। छात्रों व शिक्षकों का अनुपात बेहतर किया है। दुनिया में उत्तर प्रदेश सम्भवतः पहला ऐसा राज्य है, जिसमें बेसिक शिक्षा परिषद में छात्रों की संख्या में अभूतपूर्व वृृद्धि हुई है। लगभग 50 लाख बच्चे नये बढ़े हैं। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय उत्कृष्ट हुए हैं और नई प्रेरणा प्रदान कर रहे हैं। विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, फर्नीचर, टॉयलेट, पेयजल आदि की व्यवस्था हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें लॉकडाउन के समय में भारी संख्या में प्रवासी कामगार एवं श्रमिक अपने घरों को वापस आए थे। राजस्व विभाग को निर्देश दिए गए थे कि समस्याओं का समाधान करते हुए लॉकडाउन को प्रभावी बनाया जाए। लोगों के लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई थी। तकनीक की सहायता से पूरे प्रदेश की कम्युनिटी किचन की निगरानी की गई।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निपुण भारत योजना, शिक्षा की मूलभूत इकाई पर कार्य करेगी। ड्रॉपआउट समस्या का समाधान करने तथा नई शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू करने में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि निपुण भारत योजना के माध्यम से प्रदेश के विद्यालयों को जोड़कर विद्यालयों में अमूलचूल परिवर्तन करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।