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बजरंगबली की इस विधि से पूजा करने पर भगवान जल्द होंगे प्रसन्न

हनुमान जी अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों और परेशानियों को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती.

हनुमान जी राम भक्त हैं और उनकी शरण में जाने मात्र से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं. हनुमान जी के भक्तों पर सभी देवी देवताओं की भी विशेष कृपा रहती है. मंगलवार का दिन हनुमान जी का प्रिय दिन है.

मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से हनुमान जी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. आज साल 2021 का आखिरी मंगलवार है. पंचांग के अनुसार इस दिन विशेष संयोग भी बन रहा है.

हिंदू पंचांग के अनुसार 28 दिसंबर यानी कल मंगलवार का दिन है. इस दिन पौष मास की कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है. चंद्रमा कन्या राशि में मौजूद रहेगा और इस दिन चित्रा नक्षत्र रहेगा. चित्रा नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में से 14वां स्थान प्राप्त है.

इस नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं. इसलिए ये दिन हनुमान भक्तों के लिए विशेष माना जा रहा है. इस दिन सर्व कार्यों में सिद्धि देने वाला योग माना गया है. इस दिन मंगल, शनि, राहु-केतु की शांति के लिए हनुमान जी की पूजा करने का विशेष महत्व है.

साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि और दुखों के निवारण के लिए बजरंगबली की पूजा करने की सलाह दी जा रही है. जानें इस दिन बजरंगबली की पूजा किस विधि से करें.

हनुमान नवमी पर इस विधि करें बजरंगबली की पूजा

-हनुमान नवमी के दिन हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें और 108 परिक्रमा लगाएं, ऐसा करने से मन की इच्छा पूरी होती है.

-मंगल ग्रह की शांति के लिए हनुमान जी को मीठा पान भेंट करना चाहिए.

-आज लाल मसूर की दाल काले पत्थर के शिवलिंग पर अर्पित करने से मंगल ग्रह को शांत करने में मदद मिलती है.

-शनि की शांति के लिए हनुमान नवमी के दिन हनुमत आराधना करनी चाहिए. इसके तहत ऊं हं हनुमते नम: की 11 माला जाप काले हकीक या रूद्राक्ष की माला से करनी चाहिए.

-हनुमान नवमी के दिन शनि, मंगल और राहु-केतु की शांति के लिए हनुमान जी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चोला चढ़ाना चाहिए.

-आज हनुमान जी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं. चमेली के पुष्पों की माला हनुमान जी को अर्पित करने से सारी परेशानी दूर होती है.

-हनुमान नवमी के दिन हनुमान मंदिर के शिखर पर लाल तिकोनी ध्वजा लगाने से सर्वत्र रक्षा और सर्वत्र विजय होती है.

-इस दिन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में बैठकर हनुमान बाहु अष्टक के 21 पाठ करने से संकट दूर होते हैं और शत्रुओं का नाश होता है.

-हनुमान जी की प्रतिमा के दाहिने पैर के अंगूठे से सिंदूर लेकर घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाने से हर संकट से पूरे परिवार की रक्षा होती है. आर्थिक प्रगति के द्वार खुलते हैं.

-हनुमान नवमी के दिन सुंदरकांड का पाठ करके हनुमान जी को देसी घी के हलवे का नैवेद्य लगाने से हर तरह की सुख-समृद्धि जीवन में आती है.

हनुमान द्वादशनाम स्तुति

हनुमान द्वादशनाम स्तुति
हनुमानअंजनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल:।
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिंगाक्षोअमितविक्रम:।।
उदधिक्रमणश्चेव सीताशोकविनाशन:।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:।
स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।।
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।।

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