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नए साल में पटना के महावीर मंदिर समेत कई धर्म स्थलों के लिए जारी की गई नई गाइडलाइन

नए साल में सब कुछ मंगलमय हो इस भावना के साथ लोग नये साल के पहले दिन मंदिरों में अपने आराध्य का दर्शन करने और भगवान के सामने नतमस्तक होने के लिए जाते हैं.

इस साल भी 1 जनवरी को पटना के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटेगी. बिहार सरकार ने कोरोना के प्रभाव को लेकर मंदिरों में भी कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.

पटना जंक्शन स्थित सुप्रसिद्ध महावीर मंदिर समेत शहर के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं को बगैर मास्क का प्रवेश नहीं मिलेगा. मंदिरों में लोगों को शारीरिक दूरी का भी हर हाल में पालन करना होगा. महावीर मंदिर परिसर का पट रात 11 बजे के बाद बंद होगा और मंदिर का पट सुबह 5 बजे आरती मंगल होने के साथ खुल जाएगा.

महावीर मंदिर प्रबंधन की ओर से नए साल को लेकर लगभग 11 हजार किलो नैवेद्यम प्रसाद बनाने की तैयारी की गई है. महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी अयोध्या धाम से नए साल को लेकर साधु संतों का आगमन होगा.

यह सभी भगवान की आरती मंगल करेंगे. किशोर कुणाल ने बताया कि संक्रमण के मद्देनजर मंदिर की ओर से सैनिटाइजर मशीन भी लगायी गयी है. मंदिर में भगवान का दर्शन करने के बाद श्रद्धालु वहां ज्यादा देर तक नहीं रह सकेंगे.

महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव के अनुसार पिछले साल लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान का दर्शन किया था. नए साल को लेकर महावीर मंदिर की ओर से लगभग 11 हजार किलो नैवेद्यम बनाने की तैयारी हो रही है.

मंदिर प्रबंधन शेषाद्री की मानें तो पिछले साल लगभग साढ़े दस हज़ार किलो नैवेद्यम बनाए गए थे. नैवेद्यम की बिक्री के लिए परिसर में बने सभी काउंटर खुले रहेंगे जिससे लोगों को असुविधा नहीं होगी. नए साल के पहले दिन इस्कॉन मंदिर में सुबह 8 बजे से लेकर भजन कीर्तन शुरू होगा जिसमें श्रद्धालु भी भाग ले सकेंगे.

इस्कॉन मंदिर पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने बताया कि कीर्तन का नेतृत्व विजय कृष्ण दास करेंगे. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोनावायरस का पालन करना अनिवार्य किया गया है. बिना मास्क के इस्कॉन मंदिर में भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.

इसके अलावा पटना के ही छोटी पटन देवी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं कोरोना गाइड लाइन का पालन करना होगा. यहां बिना मास्क का प्रवेश नहीं दिया जाएगा. साथ ही लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करना भी जरूरी होगा.

मंदिर के आचार्य विवेक द्विवेदी के अनुसार संक्रमण को देखते हुए गर्भ में एक बार 25 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. मंदिर का द्वार सुबह 7 बजे ही खोल दिया जाएगा जो दोपहर 1 बजे तक खुला रहेगा.

इसके बाद दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक मंदिर का द्वार खुला रहेगा. बड़ी पटन देवी मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क लेकर आना होगा. वहीं, मंदिर की ओर से जगह-जगह पर ऑटोमेटिक सेनिटाइजर मशीन भी लगा दिए गए हैं.

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