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बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने की लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस साधा विपक्ष पर निशाना

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एक ओर जहां बीजेपी, सपा और कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल ताबड़तोड़ रैलियां में व्यस्त हैं तो वहीं बसपा अभी तक पूरी ताकत के साथ चुनावी समर में नहीं उतरी है. चार बार की मुख्यमंत्री रही मायावती इस बार कुछ खामोश नजर आ रही हैं.

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस की और नए साल के मौके पर देशवासियों और पार्टी के लोगों को नए साल की बधाई दी. उन्होंने इस पीसी के दौरान जमकर विपक्ष पर हमला बोला.

मायावती ने कहा कि वोट के जरिए बुरे दिनों से मुक्ति पा सकते हैं. बाबा साहेब ने वोट का सशक्त अधिकार दिया. हमारी पार्टी का प्रयास जारी रहेगा. कोरोना के प्रति हर तरह से सावधानी बरतें. हम अगर नकल करेंगे तो नुकसान होगा. संघर्ष के बल पर अपनी तकदीर खुद संवारनी है.

बसपा चीफ ने कहा कि करोड़ों गरीबों और छोटे व्यापारियों को वर्तमान में फिर से शुरू हो रही कोरोना की बीमारी से हिम्मत नहीं हारनी है. सभी वर्गों की हो रही कठिनाइयों से भी हिम्मत नहीं हारना है. हम सभी को अपना भविष्य खुद उज्ज्वल बनाना है.

माया ने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य जिलों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा को जिताकर आप अपने बुरे दिन से मुक्ति पाने का सार्थक प्रयास कर सकते हैं.

केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले हवा-हवाई घोषणाएं, वादें और शिलान्यास करती हैं, जिससे हमारी जनता का पैसा पानी की तरह बहा दिया जाता है.

सरकारी कर्मचारियों की भीड़ जुटाते है और ताबड़तोड़ उद्घाटन करते हैं. यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में यही देखने को मिल रहा है. ठंड में जो गर्मी चढ़ी है, वो गरीब के पैसे की ही गर्मी है. वो सरकारी खजाने की गर्मी है.

सत्ता में पार्टी में नहीं होती तब ये ताबड़तोड़ जनसभा नहीं कर पाती. रिश्ते नाते पर कटाक्ष करने की याद नहीं आती. ये पार्टी चुनाव के पहले हम पर कटाक्ष करती है और रिश्तों पर टिप्पणी करती है.

मायावती ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि कोरोना महामारी में सरकार की वादाखिलाफी और लापरवाही से हिम्मत नहीं हारना है. एक व्यक्ति और एक वोट का हथियार सशक्त माध्यम है. अपने इस हथियार के जरिये बुरे दिनों से मुक्ति पा कर थोड़े अच्छे दिनों का सार्थक प्रयास कर सकते हैं.

हमारी पार्टी गरीबों की पार्टी है धन्ना सेठों की नहीं है. उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों की नक़ल करने से चुनाव के लिए धन का अभाव हो सकता है. हमारी चुनाव तैयारी की अलग कार्यशैली है. हम उस पर ही अमल करके हमें चुनाव का बेहतर रिजल्ट लाना चाहिए.

जम्मू-कश्मीर के मां वैष्णोदेवी मंदिर में भक्तों की हुई मौत पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि- ये दुखद है. उन्होंने कहा कि दुःख इस बात का है की अभी तक इस के पीछे सरकार की लापरवाही नजर आ रही है. यही प्रार्थना है की ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो.

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