रायपुर के स्वास्थ्य विभाग में 202 पदों पर भर्ती को लेकर सरकार पर निशाना साधा
रायपुर के स्वास्थ्य विभाग में 202 पदों पर भर्ती होनी है. पहले ही दिन इन पदों के लिए 4 से 5 हजार से अधिक आवेदन आ गए. इसे लेकर मंगलवार को दिन भर हजारों युवक-युवतियां मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का दफ्तर घेरे खड़े रहे. कई कैंडिडेट तो भीड़ और धक्का- मुक्की से परेशान होकर घर लौट गए. अब इस बेरोज़गारी के मुद्दे पर कांग्रेस-भाजपा फिर आमने सामने हैं.
दरअसल बेरोज़गारी के मुद्दे पर सियासत जोरों पर चल रही है. मामला स्वास्थ्य विभाग की भर्ती से जुड़ा है. स्वास्थ्य विभाग ने 202 अलग अलग पदों पर संविदा भर्ती निकाली गयी है, जिसका फॉर्म जमा करने 4 से 5 हज़ार की संख्या में युवा CMHO के दफ्तर पहुंचे थे.
भाजपा ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा का कहना है कि सरकार 5 लाख युवाओं को रोज़गार देने का झूठा दावा कर रही है. जिसकी पोल स्वास्थ्य विभाग की भर्ती में खुल रही है. जहां महज़ 200 पदों पर भर्ती के लिए हज़ारों की संख्या में युवा पहुंचे.
कोरोना संकट के बावजूद युवा अपनी जान जोख़िम में डालकर पहुंच रहे हैं. कांग्रेस ने बेरोज़गारी भत्ते का वादा किया था, जो 9 हज़ार करोड़ पहुंच चुका है. सरकार कितने भी झूठे वादे कर ले, झूठे आंकड़े सामने रख ले, लेकिन सच्चाई सामने आती है.
वहीं भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की खामियों को गिना रही है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा अपने समय में प्रदेश के युवाओं को बेरोज़गार रखकर आउटसोर्सिंग करती रही, अहम पदों पर आरएसएस और भाजपा के लोगों को बिठाया गया. अब जब कांग्रेस की सरकार युवाओं को रोज़गार दे रही है तो इन्हें तकलीफ है.
अब पहले ही दिन जरूरत से ज्यादा आवेदन आने की वजह से बाकी पदों पर आवेदन अब स्वास्थ्य विभाग नहीं लेगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल ने मीडिया को बताया है
कि अब तक जो आवेदन मिले हैं उनके लिए इंटरव्यू की अलग व्यवस्था की जाएगी. सभी आवेदकों को इंटरव्यू के बारे में अलग से सूचना देंगे. 26 जनवरी के बाद तारीखों का एलान किया जाएगा.