वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत विशेष सतर्कता एवं सावधानी बरतना आवश्यक: मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत विशेष सतर्कता एवं सावधानी बरतना आवश्यक है। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन कराये जाने के भी निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत टीम-9 की बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 25 लाख लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। इस क्षमता को बढ़ाकर 30 लाख प्रतिदिन किया जाए। जिन जनपदों में टीकाकरण की गति धीमी है उस जनपद में विशेष प्रयास कर टीकाकरण की गति को तेज किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी सप्ताह में प्रदेशव्यापी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग अभियान के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण कराया जाए। कोरोना की पिछली लहर के दौरान घर-घर स्क्रीनिंग के कार्य से संक्रमण नियंत्रण में सहायता मिली थी। इस बार भी ऐसे प्रयास की जरूरत है। प्रदेशव्यापी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग अभियान के तहत निगरानी समितियां/स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लक्षणयुक्त लोगों की पहचान करें। संदिग्ध मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों के टेस्ट किये जाएं। अपूर्ण टीकाकवर वाले लोगों की सूची तैयार कर उनका वैक्सीनेशन कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेन्टर (आई0सी0सी0सी0) पूरी तरह सक्रिय हो कर कार्य करें। प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा आई0सी0सी0सी0 में प्रतिदिन नियमित तौर पर बैठक कर स्थिति की समीक्षा की जाए। लोगों को टेलीकंसल्टेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। होम आइसोलेशन के मरीज, निगरानी समिमियों से संवाद, एम्बुलेंस की आवश्यकता और टेली कन्सल्टेशन के लिए पृथक-पृथक नम्बर जारी किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के माध्यम से अस्पताल में उपचार करा रहे कोविड पॉजिटिव लोगों के परिजनों से नियमित अन्तराल पर संवाद किया जाए। होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे कोविड मरीजों से संवाद कर उन्हें मेडिकल परामर्श, मेडिकट किट एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए। अन्य अस्पताल नॉन-कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि वर्तमान शीतलहर में निराश्रितों को राहत पहुंचाने के लिए रैनबसेरों का प्रभावी संचालन किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 23 जनवरी, 2022 को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टी0ई0टी0) को सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। यदि कोई कोविड पॉजिटिव अभ्यर्थी परीक्षा देने का इच्छुक हो तो उसके लिए पृथक कक्ष की व्यवस्था की जाए। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर एक कोविड केयर सेन्टर की स्थापना की जाए। संदिग्ध एवं अराजक तत्वों पर विशेष नजर रखी जाए। उन्होंने कहा पेपर लीक जैसी किसी भी प्रकार की घटना स्वीकार नहीं की जाएगी। पेपर लीक होने पर सम्बन्धित जिलाधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, परीक्षा केन्द्र प्रभारी सहित सभी की जिम्मेदारी तय होगी।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 18,554 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 19,328 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 97,329 है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 02 लाख 47 हजार 845 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 09 करोड़ 72 लाख 21 हजार 272 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
राज्य में गत दिवस तक 24 करोड़ 85 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 09 करोड़ 14 लाख 90 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। 62 प्रतिशत से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 14 करोड़ 13 लाख 20 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की 95.86 प्रतिशत है। विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 66 लाख 86 हजार से अधिक किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है, जो टीकाकरण के पात्र किशोरों की आबादी का 47.71 प्रतिशत है। इसी प्रकार 05 लाख 88 हजार से अधिक पात्र लोगों ने प्रिकॉशन डोज भी प्राप्त कर ली है।