आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 के दृष्टिगत संभावित चुनाव में ड्यूटी न लगने पाये इसकी जुगत में सरकारी कर्मचारी लगे हुये हैं। वहीं चुनाव ड्यूटी से वंचित करने व कराने को लेकर टीम भी कुछ कम सक्रिय नहीं है। काफी पहले से ही इस बात की सेटिंग की जारी है कि तय राशि दीजिए और ड्यूटी की सूची से नाम कटवा लीजिए। यह प्रक्रिया तो पिछले कई बार के निर्वाचन में लगने वाले ड्यूटी से वचने को लेकर चल रही है, लेकिन इस बार एक नया स्कीम लांच किया है जिससे ड्यूटी भी नहीं करनी पड़ेगी और भविष्य भी सुरक्षित होता रहेगा। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय एनआईसी के करीबी समझे जाने वाले दलाल किस्म के कर्मचारी नाम कटवाने के नाम पर दो हजार से तीन-तीन हजार रुपया प्रति कर्मी से वसूला जा रहा है और किसी कर्मी को इस तरह की सुविधा शुल्क देने में दिक्कत महसूस होने पर उसे एक और नया आप्सन दे दिया गया कि एक जीवन बीमा का पालिसी ले लो तो भी चुनाव ड्यूटी से नाम कट जायेगा। कुछ एक विभाग के कर्मचारी तो आपस में बराबर-बराबर का चंदा लगाकर एक मोटी रकम वसूल पर एक साथ कई-कई लोगों का नाम कटवाने का काम भी बखूबी करने में लगे हुये हैं। इससे नाम कटवाने वाले व काटने वाले का काम भी काफी अच्छे हिसाब-किताब से चल रहा है। वहीं दलालों के इस तरह पैसा लेकर ड्यूटी कटवाने के कारण ड्यूटी करने में असक्षम लोगों को भी मजबूरन और जबरदस्ती डरवाकर ड्यूटी कराई जाती है, वहीं ड्यूटी करने में सक्षम लोग पैसे के बल पर मजा काटते हैं।