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ज्वेलरी की दुकानों पर आयकर टीम का छापा

 शहर कोतवाली क्षेत्र में स्थित 2 प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम गहना कोठी और कीर्ति कुंज के ठिकानों पर सोवमार को सवेरे आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की। लगभग दो दर्जन गाड़ियों से आई आयकर विभाग की टीम ने दोनों ज्वेलरी शोरूम के 3 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। दोनों जिले की प्रतिष्ठित फर्म में से एक हैं। सुरक्षा के दृष्टि से भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। आईटी टीम दोनों शोरूमों को बाहर से बंद कर अंदर पूछताछ हुई।   कीर्ति कुंज प्रतिष्ठान के मालिक नन्हे लाल वर्मा हैं। इनके 2 बेटों को इनकम टैक्स की टीम गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई है। बताया जा रहा है कि आईटी टीम दोनों ज्वेलरी शोरूम की मेन शॉप और एक अन्य शॉप सहित घर पर छापेमारी की है। शहर कोतवाली क्षेत्र के चहारसू चौराहा स्थित नन्हे लाल वर्मा का ज्वेलरी शोरूम है। वह कीर्ति कुंज के विभिन्न फर्मों के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। इसी ज्वेलरी शोरूम से सटा उनका मकान भी है।   आयकर विभाग की टीम कई वाहनों से स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी के लिए पहुंची। गहना कोठी ज्वेलर्स के यहां भी टीम ने छापा मारा। आसपास को लोगों ने बताया, आयकर विभाग की 4 गाड़ियां सद्भावना पुल स्थित कीर्ति कुंज और गहना कोठी की दुकान पर पहुंचीं। 2 टीम अलग-अलग होकर दोनों दुकानों पर चली गईं। इसके बाद 6 गाड़ियां और पहुंचीं। लोगों ने बताया, दोनों की एक अन्य ज्वेलरी शोरूम और घर पर भी छापेमारी चल रही है। वहीं छापेमारी की सूचना लगते ही अन्य सर्राफा व्यवसायियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। बड़ी संख्या में सर्राफा व्यवसायियों के दुकानों के शटर गिरे हुए हैं। ज्ञात हो कि 6 महीने पहले जौनपुर में सीबीआई ने कीर्ति कुंज के प्रतिष्ठानों और घर पर छापेमारी की थी। कीर्तिकुंज के मालिक नन्हे लाल वर्मा के दामाद लखनऊ में आईईएस इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेस के पद पर तैनात हैं। उन पर आय से अधिक संपत्ति को लेकर शक था। इसीलिए सीबीआई की टीम ने छापेमारी की थी। इस दौरान सीबीआई की टीम ने परिवार के लोगों से भी पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कीर्ति कुंज ज्वैलर्स के मालिक ने भाजपा नेता और एक शराब कारोबारी के परिवार से सद्भावना रोड पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी थी। इन पर जीएसटी चोरी और नंबर-2 के माल के खरीद बिक्री आदि को लेकर भी जांच की जा रही है। इसके अलावा नन्हे लाल वर्मा ने बहुत ही कम समय में जौनपुर व अन्य जनपदों में करोड़ों की संपत्ति बना ली। इस बार किस बात को लेकर छापेमारी की गई है, उसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।

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