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रामायण मानव सभ्यता की आधाशिलाः रामप्रताप शुक्ला – राष्ट्रीय ग्रामीणांचन रामायण मेला का दूसरा दिन

राम कथा के श्रवण मात्र से जीव को मोक्ष मिलता है। रामायण मानो सभ्यता की आधारशिला है उक्त बातें राष्ट्रीय ग्रामीण अंचल रामायण मेला के दूसरे दिन राम प्रताप शुक्ला मानस किंकर ने रामायण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कही।तहसील अंतर्गत ग्राम खेरिया में चल रहे पांच दिवसीय राष्ट्रीय ग्रामीण अंचल रामायण मेला के दूसरे दिन मानस प्रवचन लोकगीत प्राकृतिक खेती का मार्गदर्शन के साथ शुरुआत हुई मेले में राम कथा व रामायण के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बांदा से आए राम प्रताप शुक्ल मानस किकर ने रामायण के महत्व पर बोलते हुए कहा कि रामायण के श्रवण मात्र से जीव को मूछ मिलता है उसके साथ ही रामायण को जीवन में उतारने से मानव का उत्तम चरित्र व शब्द समाज का निर्माण होता है उन्होंने राम के नाम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके नाम के सुमिरन मात्र से सभी पापों का नाश हो जाता है और जीव भवसागर से पार हो जाता है। रामपुर से आए फारूक रिजवी ने कहा कि इंडोनेशिया में 2 प्रतिशत हिंदू होने पर भी हजारों मंदिर बने हैं जहां हिंदू धर्म का सम्मान अधिक है उन्होंने इसके माध्यम से धर्म को बढ़ाने की प्रेरणा दी गायक रविंद्र शुक्ला ने गणेश वंदना प्रस्तुत की पंडित सुख निधान व कौशल किशोर रामायणी ने रामायण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामचरितमानस से ही लोक और परलोक के मंगल की राशि दिखते हैं जीव को इस कलिकाल में भगवान के नाम का आश्रय लेना चाहिए इस कलयुग में नाम संकीर्तन ही जीव के लिए उचित है। मेले के संयोजक अधिवक्ता विमल कांत तिवारी सपा नेता विवेक बिंदु तिवारी ने सभी का आभार जताया मेले के दूसरे दिन सैकड़ों लोग मेले में रामायण के प्रसंगों को सुनकर पुण्य लाभ अर्जित किया बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्र में विगत 15 वर्षों से चल रहे उत्तर रामायण मेले की ख्याति अब आसपास क्षेत्रों में भी बढ़ती जा रही है जिससे सैकड़ों लोगों का मेले में आना-जाना बना हुआ है।

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