प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण, सभी के सम्मिलित प्रयासों से कोरोना संक्रमण का समाप्त होना निश्चित: मुख्यमंत्री
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। सभी के सम्मिलित प्रयासों से कोरोना संक्रमण का समाप्त होना निश्चित है। उन्होंने सभी जनपदों मंे इण्टीग्रेटेड कमाण्ड सेन्टर को संचालित रखे जाने के निर्देश दिये हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोग सम्पर्क कर सकें। मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत टीम-9 की बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 62 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 44 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 39 हजार 16 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 10 करोड़ 80 लाख 29 हजार 303 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। राज्य में गत दिवस तक 29 करोड़ 98 लाख 77 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक नागरिक का कोरोना टीकाकरण किया जा चुका है। 83 प्रतिशत से अधिक पात्र वयस्क व्यक्तियों को कोरोना टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। 29 करोड़ 98 लाख से अधिक कोविड टीके की डोज लगाने तथा 10 करोड़ 80 लाख से अधिक कोरोना सैम्पल की जांच करने वाला उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है। विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 93 प्रतिशत से अधिक किशोरों ने कोरोना टीकाकरण की प्रथम डोज प्राप्त कर ली है। 24 लाख 19 हजार से अधिक पात्र व्यक्तियों ने प्री-कॉशन डोज भी प्राप्त कर ली है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग में 08 लाख 78 हजार से अधिक बच्चों ने कोरोना टीकाकरण की प्रथम डोज प्राप्त कर ली है। मुख्यमंत्री जी ने कोरोना टीकाकरण का कार्य सतत जारी रखने पर बल देते हुए 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोरोना टीकाकरण कार्य तेजी से किये जाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 02 अप्रैल, 2022 से जनपद सिद्धार्थनगर से ‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ तथा 04 अप्रैल, 2022 से जनपद श्रावस्ती से ‘स्कूल चलो अभियान’ का शुभारम्भ किया जाना है। सम्बन्धित विभागों के अधिकारी इस सम्बन्ध में सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर लें। प्रदेश में आमजन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के माध्यम से व्यापक जागरूकता के साथ ही उपचार, सुविधाओं के उच्चीकरण व स्टाफ की तैनाती को अभियान चलाकर गति दी जाए। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में राजकीय अस्पतालों एवं चिकित्सा संस्थानों में ओ0पी0डी0 चिकित्सा सुविधा पूरी क्षमता से संचालित की जाए। चिकित्सालयों में उपचार हेतु आने वाले मरीजों को कोई असुविधा न हो। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्कूल चलो अभियान’ के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। अभियान के तहत बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय के शिक्षक गांवों में भ्रमण कर स्कूल न आने वाले बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं यथा-पेयजल, टॉयलेट, फर्नीचर, स्मार्ट क्लास आदि सुनिश्चित करने के लिए सभी विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प से आच्छादित किया जाए। इसके लिए जनप्रतिनिधिगण यथा-सांसद, विधायक, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्यों, पुरातन विद्यार्थियों तथा अन्य संस्थाओं को प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाए। ऐसे जनपदों जहां साक्षरता की दर कम है, वहां वृहद स्तर पर अभियान चलाकर समयबद्ध ढंग से बुनियादी सुविधाओं का विकास एवं शिक्षकों की तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण की कार्यवाही को तेज किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में सांसद व विधायकगण की उपस्थिति में पात्र विद्यार्थियों को टैबलेट/स्मार्टफोन प्रदान किये जाएं। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय की प्रक्रिया 01 अप्रैल, 2022 से प्रारम्भ हो रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों को समस्या न हो, भंडारण गोदाम हो या क्रय केंद्र, हर जगह गेहूं की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। प्रत्येक दशा में किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ मिलना ही चाहिए। सभी क्रय केन्द्रों पर पूरी पारदर्शिता के साथ गेहूं खरीद कराई जाए। किसान को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। किसानों की उपज का समयबद्ध ढंग से भुगतान कर दिया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गर्मी का समय शुरू हो गया है। अतः सभी 75 जिलों में जलापूर्ति की सुविधा का परीक्षण कर लिया जाए। सभी हैंडपंप क्रियाशील रहें, इस हेतु संबंधित विभाग व संस्थाओं द्वारा तत्काल कार्य किया जाए।