नेपाल के प्रधानमंत्री ने बीजेपी मुख्यालय जाकर बहुत बड़ा रचा इतिहास , मचाया बवाल तो देनी पड़ी सफाई, जानें चीन कनेक्शन
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ रिश्तों का जवाब!
नेपाल में देउबा के हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी बीजेपी के मुख्यालय में जाने पर काफी आलोचना शुरू हो गई थी। कई नेपाली विश्लेषक इससे आश्चर्य में थे और उन्होंने कहा कि यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। साल में केपी ओली के बाद यह किसी नेपाली प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा थी। देउबा ने यह भारत यात्रा ऐसे समय पर की है जब अमेरिका के 50 करोड़ डॉलर की सहायता को मंजूरी दी गई है और चीन के विदेश मंत्री ने नेपाल की यात्रा की है।
नेपाल में अब तक का रिवाज रहा है कि सत्ता संभालने के बाद देश का प्रधानमंत्री सबसे पहले भारत की यात्रा पर जाता है। माना जा रहा है कि देउबा ने चीन समर्थक केपी ओली के शासन काल के दौरान खराब हो चुके रिश्तों को सुधारने की कोशिश की है। वहीं उनकी बीजेपी ऑफिस जाने को नेपाल के वाम दलों के चीन दौरे और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ रिश्तों के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। नेपाल के कम्युनिस्ट नेता अक्सर चीन जाते रहते हैं। यही नहीं चीनी की कम्युनिस्ट पार्टी नेपाल के राजनीतिक दलों को ट्रेनिंग भी देती रहती है। विश्लेषकों का कहना है कि अब देउबा ने बीजेपी से दोस्ती बढ़ाकर ओली ओर प्रचंड के साथ-साथ चीन को भी बड़ा संदेश दिया है।