लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल उनकी नवनिर्मित 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया में सुबह 10 बजे
की आज 143वीं जयंती पर उनकी नवनिर्मित 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया में सुबह 10 बजे करेंगे. दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यह प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है. यह नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर बनाई गई है. पीएम मोदी द्वारा प्रतिमा के अनावरण के बाद भारतीय वायुसेना के तीन विमान वहां उड़ान भरेंगे और भगवा, सफेद तथा हरे रंग से आसमान में तिरंगा उकेरेंगे.
– विदेश मंत्री निर्मला सीतारमण भी पहुंचीं.
– अनावरण स्थल पर हो रहे हैं रंगारंग कार्यक्रम.
पीएम ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का भी उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार पटेल की प्रतिमा के पास ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का भी उद्घाटन करेंगे. इस दौरान 3 जगुआर लड़ाकू विमान काफी नीचे से उड़ान भरते हुए जाएंगे. ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, क्योंकि आज उनकी जयंती भी है. इसी दौरान दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर प्रतिमा पर पुष्पवर्षा करेंगे.
सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी
इस अवसर पर गुजरात पुलिस, सशस्त्र और अर्द्धसैनिक बलों के बैंड सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे. इस मौके पर 29 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के कलाकार नृत्य और संगीत की प्रस्तुति देंगे. इस दौरान कई आकर्षण होंगे, जिनमें 17 किलोमीटर लंबी फूलों की घाटी का उद्घाटन, प्रतिमा के पास पर्यटकों के लिए तंबुओं के शहर और पटेल के जीवन पर आधारित संग्रहालय का लोकार्पण भी शामिल है. प्रतिमा के अंदर 135 मीटर की ऊंचाई पर एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है, जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत श्रृंखला का दीदार कर सकेंगे.
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना बड़ी है पटेल की प्रतिमा
182 मीटर ऊंची यह विशाल प्रतिमा देश के पहले गृह मंत्री को श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने 1947 के विभाजन के बाद राजाओं-नवाबों के कब्जे वाली रियासतों को भारत संघ में मिलाने में अहम योगदान दिया था. यह प्रतिमा मौजूदा समय में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा चीन के स्प्रिंग टेम्पल ऑफ बुद्ध से भी 29 मीटर ऊंची है. चीन की प्रतिमा की ऊंचाई 153 मीटर है. सरदार पटेल की प्रतिमा न्यूयॉर्क स्थित 93 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना बड़ी है. बताया जा रहा है कि इसकी गैलरी में एक समय में करीब 200 पर्यटकों को समायोजित किया जा सकता है. यहां से सरदार सरोवर बांध और सतपुड़ा व विंध्य की पर्वत श्रृंखला तथा अन्य जगहों का दीदार किया जा सकेगा.
दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति
विंध्याचल व सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच नर्मदा नदी के साधु बेट टापू पर बनी दुनिया की सबसे ऊंची इस मूर्ति को बनाने में करीब 2389 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से राज्य के पर्यटन विभाग को बहुत फायदा होगा. इसके बनने से प्रतिदिन करीब 15000 पर्यटक के यहां आने की संभावना है और इससे गुजरात देश का सबसे व्यस्त पर्यटक स्थल बन सकता है. इसमें दो हाई स्पीड लिफ्ट भी होंगी जिससे एक समय में करीब 40 लोग गैलरी तक जा सकते हैं. यहां एक संग्रहालय में सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर लाइट एंड साउंड शो भी होगा.
प्रतिमा निर्माण का विरोध भी हो रहा है
नर्मदा जिले के कुछ आदिवासी समूहों ने प्रतिमा निर्माण का विरोध किया था. इस बीच स्थानीय आदिवासी नेताओं ने बुधवार के आयोजन का बहिष्कार करने की घोषणा की है और दावा किया कि इस परियोजना से प्राकृतिक संसाधनों को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचेगा. पीएम मोदी को संबोधित पत्र में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के पास स्थित 22 गांवों के सरपंचों ने कहा कि जब प्रधानमंत्री समारोह के लिए पहुंचेंगे तो ग्रामीण उनका स्वागत नहीं करेंगे. पत्र में अहमदाबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित नर्मदा जिले के गांवों के सरपंचों के दस्तखत हैं.