‘हर घर लहराएगा तिरंगा, गूंजेगा ‘ झण्डा ऊंचा रहे हमारा‘
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से आगामी 11 से 17 अगस्त की अवधि को ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के रूप में आयोजित किया जा रहा है। ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के अन्तर्गत ‘हर घर तिरंगा’ का विशेष आयोजन किया जाएगा। इसमें हर प्रदेशवासी को सहभाग करना चाहिए। अमीर-गरीब का भेद मिटाकर सभी लोग समरस भाव से इस आयोजन से जुड़ें। स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान कम से कम 02 करोड़ 68 लाख घरों और सभी 50 लाख सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों और वाणिज्यिक-औद्योगिक इकाइयों अन्य प्रतिष्ठानों कार्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाए। सभी अमृत सरोवरों पर झण्डा फहराया जाए।
मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में आज यहां उनके सरकारी आवास पर ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के सम्बन्ध में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संस्कृति विभाग द्वारा तैयार सामुदायिक रेडियो ‘जयघोष’ के थीम सांग को लॉन्च किया। साथ ही, उन्होंने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ 11 से 17 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने वाले ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ राष्ट्रीय गौरव का आयोजन है। प्रत्येक नागरिक को इससे जुड़ना चाहिए। लोग अपने फहराए तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकते हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रचार-प्रसार के लिए एन0सी0सी0/एन0एस0एस0 व अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाए। स्कूलों में स्लोगन व निबन्ध प्रतियोगिता कराई जाए। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी निकालकर आयोजन के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए। प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि झण्डा गीत ‘झण्डा ऊँचा रहे हमारा‘ के रचयिता श्री श्यामलाल गुप्त ‘पार्षद’ कानपुर के ही निवासी थे। इस गीत की प्रतियां आमजन को उपलब्ध कराई जाएं। राष्ट्रभक्ति के गीतों को संकलित लोगों को उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 11 से 17 अगस्त तक ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं। पहले दिन स्कूलों में झण्डा गीत का गायन हो। तिरंगा के सफर पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन हो। पेण्टिंग, निबन्ध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित हों। इसी प्रकार, दूसरे दिन हर गांव में पौधारोपण हो। नुक्कड़ नाटक कराए जाएं। ग्राम सचिवालयों का शहीदों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया जाना चाहिए। परिषदीय विद्यालयों में नन्हे-मुन्ने बच्चों की प्रभात फेरी आयोजित हो। राष्ट्रभक्ति के गीत/कविताओं की प्रतियोगिता कराई जाए। उनके बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम होने चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के दिन हर बच्चे के हाथ में राष्ट्रध्वज होना चाहिए। हर बच्चे को मिष्ठान्न जरूर मिले। सप्ताह के हर दिन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम तय करें।