राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के एक स्कूल में मध्याह्न भोजन खाने के बाद 184 छात्रों के बीमार पड़ने के मामले में बुधवार को राज्य सरकार को नोटिस जारी किया।
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि आयोग ने चार सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने मीडिया की इस खबर पर स्वत: संज्ञान लिया है कि पश्चिम चंपारण के बांसगांव परसौनी में एक सरकारी स्कूल के 184 छात्र सोमवार को दोपहर का भोजन खाने के बाद बीमार पड़ गए। बताया जाता है कि छात्रों ने भोजन से केरोसिन तेल की गंध आने की शिकायत की। बयान में कहा गया कि छात्रों ने पेट दर्द और उल्टी की भी शिकायत की, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। एनएचआरसी ने कहा, ‘‘समाचार की सामग्री यदि सच है, तो छात्रों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ है। संबंधित घटना स्कूल अधिकारियों की ओर से निगरानी संबंधी चूक की ओर इशारा करती है, जिसके कारण बच्चों को शायद अस्वास्थ्यकर भोजन परोसा गया था।”
आयोग ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने कहा कि मध्याह्न भोजन तैयार करने और परोसने के लिए स्कूल की रसोई में खाद्य सुरक्षा और साफ-सफाई के बारे में केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसने कहा कि बच्चों को भोजन परोसने से पहले शिक्षक द्वारा भोजन को चखना और उसका रिकॉर्ड बनाए रखना भी अनिवार्य है। मंगलवार को आई खबरों के अनुसार, छात्रों को बेतिया सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा सरकारी उपमंडल अस्पताल बगहा ले जाया गया। स्कूल के प्रधानाध्यापक को हिरासत में ले लिया गया है।