यूपी: पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले 19 गिरफ्तार
लखनऊ: एसटीएफ और मऊ तथा गाजीपुर की पुलिस टीम ने 17 और 18 फरवरी को होने वाली पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। मऊ के पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने शुक्रवार को बताया कि अभ्यर्थियों को पेपर हल कराने के नाम पर ठगने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी पहचान मऊ जिले के अमित सिंह, सोनू उर्फ सिद्धार्थ, सुनील राजभर, रामकरन राम के अलावा गाजीपुर के मरदह थाना क्षेत्र के शत्रुघन यादव के रूप में हुई है। गिरोह का मुख्य सरगना रविकांत पांडेय फरार है।
पेपर हल करने के नाम पर करते थे सौदा तयः एसपी
एसपी ने कहा कि नगर क्षेत्र के आरके कंसल्टेंसी के संचालक रविकांत पांडेय और टीम द्वारा परीक्षा पेपर हल करने के नाम पर चार लाख से 9.50 लाख रुपये तक में सौदा तय किया जा रहा था। इन लोगों के कब्जे से 11 ब्लैक चेक, 32 मार्कशीट, छह से अधिक आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, 11 मोबाइल बरामद हुए। गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि परीक्षा पास कराने का झांसा देकर परीक्षार्थियों से लाखों रुपये ठगने वाले गिरोह के सरगना गोपेश यादव सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से छह लाख रुपये और 27 लाख रुपये के चेक बरामद किए गए हैं।
इन जिलों से किया गया गिरफ्तार
एसटीएफ ने परीक्षा पास कराने का ठेका लेने वाले गैंग के दो सदस्यों को झांसी से गिरफ्तार किया है। इसमें मोनू कुमार शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र का है, जबकि दूसरा नालंदा (बिहार) का रजनीश रंजन हैं। चंदौली निवासी प्रिन्स कुशवाहा और मिर्जापुर के विजय कुमार के अलावा आगरा से भी दो ठगों को पकड़ा गया है। करतार सिंह राजस्थान का मूल निवासी है और आगरा में रह रहा था, जबकि टिन्कू कुमार अलीगढ़ का है। झांसी से पकड़ा गया मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर गैंग बनाकर झांसी में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा पास कराने का काम करने लगा। गैंग पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर आउट कराने का प्रयास कर रहा था, तभी धर लिए गए। वाराणसी में ठग गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा ने एक फर्जी प्रश्नपत्र भी तैयार किया था।