डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका के बिना बर्बाद हो गया होता फ्रांस’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को फ्रांस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि देश का बड़ा यूरोपीय सहयोगी दोनों विश्वयुद्धों में बर्बाद हो गया होता अगर अमेरिका ने उसे सैन्य हथियार ना उपलब्ध कराए होते.
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यूरोप ने अपनी सेनाएं बनाई, क्योंकि देश रक्षा के लिए अमेरिका पर निर्भर नहीं है. मैक्रों ने यह भी कहा कि यूरोप को चीन, रूस तथा अमेरिका के साइबर खतरों के खिलाफ रक्षा करने की जरुरत है. इस बयान के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया.
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैक्रों ने अमेरिका, चीन और रूस के खिलाफ यूरोप की रक्षा के लिए अपनी सेना बनाने का सुझाव दिया, लेकिन प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी भारी था. अमेरिका के आने से पहले वे पेरिस में जर्मन सीख रहे थे…’
वहीं, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि उनका देश ईरान को इतना निचोड़ देगा कि उसके अंदर केवल गुठली ही बची रह जाएगी. बोल्टन ने ये बातें ऐसे समय में की है जब एक सप्ताह पहले ही ईरान पर कड़े प्रतिबंध लागू हुये हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटकीय तरीके से ईरान के साथ परमाणु समझौते से बाहर निकलकर एकतरफा प्रतिबंध लगाये हैं. इन प्रतिबंधों को अब तक का सबसे कड़ा कदम माना जा रहा है. इसमें ईरान के तेल आयात को निशाना बनाया गया है और उसके बैंकों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से अलग-थलग करने की कोशिश की गयी है.
बोल्टन ने एक सम्मेलन से पहले सिंगापुर में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ईरान की सरकार वास्तविक दबाव में है और हमारा उद्देश्य उन्हें निचोड़ कर रख देना है. जैसा कि अंग्रेज कहते हैं कि तब तक निचोड़ो जब तक की गुठली न चीखने लगे.’’ उन्होंने कहा, ‘ हम प्रतिबंधों को और बढ़ाने जा रहे है.’’