यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर करवाने वाली कंपनी एजुटेस्ट पर कसा शिकंजा
उत्तर प्रदेश में हो रहे भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामलों को लेकर योगी सरकार अब एक्शन मोड पर है। जिसके चलते पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर करवाने वाली कंपनी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। दरअसल, यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) इस मामले की जांच कर रही थी। उसकी रिपोर्ट आने के बाद सिपाही भर्ती परीक्षा करवाने वाली गुजरात की कंपनी एजुटेस्ट (Edutest) को ब्लैकलिस्ट (Blacklist) कर दिया गया है। अब यह कंपनी प्रदेश में किसी भी विभाग में भर्ती परीक्षा का काम नहीं कर सकेगी।
फरवरी 2024 में पेपर लीक के चलते भर्ती की गई रद्द
बता दें कि यूपी सरकार ने फरवरी 2024 में पेपर लीक के चलते कुल 60,244 पदों की यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी। इस परीक्षा के लिए 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। यूपी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी Edutest को दी गई थी। कंपनी ने ही सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी को ठेका दिया था। एजुटेस्ट के लोगों ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयर हाउस का मुआयना किया था। प्रयागराज निवासी राजीव नयन मिश्रा के कहने पर शुभम मंडल को बुलाया गया और बॉक्स से फिर भर्ती का पेपर निकलवाया था।
मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी टीम
जानकारी के मुताबिक, यूपीएसटीएफ की जांच के लिए मेरठ यूनिट ने इस कंपनी के संचालक विनीत आर्य को चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन वह पूछताछ के लिए नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि पेपर लीक होने के बाद से वह अमेरिका चला गया था। इसके बाद से वह लौटा नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक सुभाष प्रकाश, राजीव नयन, रवि अत्री आदि का संगठित गिरोह है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक कराते हैं। वहीं, राजीव नयन मिश्रा के बयान के आधार पर एसटीएफ ने मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश की तलाश में भी जुटी हुई है।
परीक्षा कराने का नहीं दिया जाएगा कोई भी पेमेंट
सिपाही भर्ती बोर्ड ने Edutest को किया ब्लैक लिस्ट कर दिया है। अब इस कंपनी को परीक्षा कराने का कोई भी पेमेंट नहीं दिया जाएगा। परीक्षा कराने की रकम को भी रोकने को लेकर कार्रवाई होगी। वहीं, जमानत धनराशि भी भर्ती बोर्ड जब्त करेगा। अब यह कंपनी प्रदेश में किसी भी विभाग का पेपर नहीं करा सकेगी।