गोंडा में बेसिक शिक्षा विभाग को मिले 641 शिक्षक
12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पत्र मिलने के बाद तैनाती का इंतजार कर रहे शिक्षकों की मुराद पूरी हो गई है। तीन दिनों तक चली नियुक्ति प्रक्रिया के बाद जिले के विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती हो गई है। विद्यालय आवंटन होते ही शिक्षकों के चेहरे खिल उठे। शिक्षकों ने कहा कि 8 साल तक इंतजार करने के बाद अब उन्हें तैनाती मिली है।गोंडा जिले में वर्ष 2017 में शुरू हुई 12460 शिक्षक भर्ती में दो मई 2018 को छह हजार शिक्षकों का तैनाती मिल गई है। लेकिन जिला वरीयता को लेकर अन्य शिक्षकों की भर्ती लटक गई। मामला उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहां से बचे शिक्षकों को तैनाती का आदेश मिल गया। इसके बाद शासन ने प्रदेश के सभी बीएसए को शिक्षकों के तैनाती का आदेश दिया। बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि पहले दिन 71 दूसरे दिन 321 व तीसरे दिन 292 शिक्षकों को स्कूल आवंटन पत्र दिया गया। स्कूल चयन के लिए सभी से विकल्प लिए गए और उनके तरफ से चयनित स्कूलों मैं उन्हे तैनाती दी गयी है। सभी को पहली जुलाई से स्कूल में कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है। बीएसए ने कहा कि कुल 641 नए शिक्षक जिले के स्कूलों को मिले हैं। इनकी तैनाती से शिक्षकों की कमी दूर होगी। स्कूल में शिक्षा का स्तर सुधरेगा।शिक्षकों ने न्यायालय और सरकार के प्रति प्रति आभार व्यक्त कियाआठ साल इंतजार के बाद नौकरी की लंबी लडाई लडने के बाद शिक्षकों को यह सफलता मिली है। परसपुर से आये आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि बहुत लंबे समय बाद नौकरी का सपना पूरा होने जा रहा है। गाजीपुर से आये कुमार मयंक को बभनजोत ब्लाक में तैनाती मिली है। वह बहुत खुश है। बागपत से आये अंकुर ने बताया कि सहायक शिक्षक पद पर परसपुर में तैनाती मिली है। पहली जुलाई को कार्यभार ग्रहण करेंगे। सीतापुर से आयी नैंसी राय ने नियुक्ति मिलने पर माननीय न्यायालय और सरकार के प्रति आगार व्यक्त किया है।