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लखनऊ में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधे लगाए गए, वहीं बहराइच में हो रही है हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई

बहराइच, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधे लगाए। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया है और इसका उद्देश्य लोगों को ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश से इस वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने का आग्रह किया है। हमें अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए यह कदम उठाना बहुत जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि वृक्षारोपण के माध्यम से हम न केवल पर्यावरण को बचा सकते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी एक स्वस्थ और हरा-भरा वातावरण प्रदान कर सकते हैं।

लेकिन जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वृक्षारोपण के लिए प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी तरफ बहराइच जिले के थाना विशेश्वरगंज के अंतर्गत ग्राम सभा चान्दीपुर में कुछ और ही कहानी चल रही है। क्षेत्रीय वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से यहाँ हरे-भरे आम के पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है।

चान्दीपुर गाँव में हरे-भरे आम के पेड़ों की अवैध कटाई की जानकारी मिलने पर, हमारे संवाददाता ने वहाँ का दौरा किया। गाँव के लोगों ने बताया कि वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से यह कटाई हो रही है। स्थानीय निवासी रामस्वरूप (कथित नाम) ने कहा, “हमने कई बार वन विभाग और पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गाँववालों का आरोप है कि वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से ही यह अवैध कटाई हो रही है। एक स्थानीय निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यहाँ के वन विभाग और पुलिस अधिकारियों को कटाई करने वालों से मोटी रकम मिलती है। इसलिए वे आँख मूंदकर सबकुछ होने देते हैं।”

इस मामले में प्रशासन की उदासीनता भी चिंता का विषय है। जहाँ एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री पर्यावरण संरक्षण के लिए अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में नाकामयाब साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की है, लेकिन उनके ही राज्य में इस प्रकार की घटनाएँ हो रही हैं, जो प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती हैं।

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