5वीं बार चुनावी मैदान में उतरी यह BJP प्रत्याशी
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को मतदान होना है. यहां से बुरहानपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक और राज्य सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री अर्चना चिटनीस को मैदान में उतारा है. 1984 में राजनीति में कदम रखने वाली चिटनीस लगातार तीन बार से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीत रही हैं. जमीनी नेता की छवि रखने वाली अर्चना चिटनीस के सामने कांग्रेस ने रवींद्र महाजन को उतारा है.
पिता भी रहे हैं विधायक
बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस का जन्म 20 अप्रैल, 1964 को पंजाब के पटियाला में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय ब्रिज मोहन मिश्रा है. अर्चना चिटनीस के पिता स्वर्गीय ब्रजमोहन मिश्र भी नेपानगर से विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं. उनकी शादी समीर चिटनीस से हुई. समीर का निधन हो चुका है. उनके दो बेटे हैं. पढ़ाई की बात करें तो अर्चना चिटनीस के पास एमएससी, बी.एड और एलएलबी की डिग्री है.
1984 में छात्र राजनीति में आईं
चिटनीस ने अपना राजनीतिक सफर 1984 में शुरू किया था. वह 1984 में इंदौर स्थिति देवी अहिल्या बाई यूनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी रिप्रेंजेंटेटिव बनीं. साथ ही वह 1984-85 में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज के छात्र संघ की सचिव भी बनीं. उन्होंने इंदौर के गुजराती साइंस कॉलेज में लेक्चरर की नौकरी भी की. वह बीजेपी के राष्ट्रीय महिला मोर्चा की कोषाध्यक्ष भी रहीं. वह खंडवा जिले के विश्रामपुर स्थित स्वयंसिद्ध कोऑपरेटिव शुगर एंड एग्रिकल्चरल इंडस्ट्री लिमिटेड की सदस्य भी रहीं. वह इंदौर के स्वयंसिद्ध वीमेन कोपरेटिव बैंक लिमिटेड की सदस्य भी रहीं
बीजेपी में अहम पदों पर रहीं
अर्चना चिटनीस राजनीति में आने के बाद बीजेपी में कई अहम पदों पर रहीं. वह इंदौर में बीजेपी महिला मोर्चा की शहर सचिव रहीं. वह बीजेपी कल्चरल सेल की स्टेट कॉर्डिनेटर रहीं. चिटनीस भारतीय जनता युवा मोर्चा की भी सदस्य रहीं. वह महिला मोर्चा की राज्य महासचिव रहीं. वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की गर्ल्स विंग की भी प्रमुख रहीं.
2003 में पहली बार बनीं विधायक
अर्चना चिटनीस ने पहली बार 2003 में विधानसभा चुनाव जीता. वह इसके बाद उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार में महिला और बाल कल्याण मंत्री समेत कई मंत्रालय संभाले. वह बीजेपी की प्रवक्ता रहीं. वह सिंगापुर, फ्रांस, जर्मनी की यात्रा भी कर चुकी हैं. 2008 में उन्होंने दूसरी बार बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीता. इसके बाद भी उन्हें राज्य सरकार में तकनीकी शिक्षा, स्कूली शिक्षा समेत अन्य मंत्रालयों की बागडोर सौंपी गई. वह लगातार तीसरी बार 2013 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीतीं. उन्हें 30 जून, 2013 को मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. हालांकि चिटनीस 1998 में नेपानगर सीट से पहली बार चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
3.99 करोड़ रुपये की संपत्ति की हैं मालकिन
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए दिए गए हलफनामे में अर्चना चिटनीस ने अपनी संपत्ति का खुलासा किया है. उनके मुताबिक उनके पास 3.99 करोड़ रुपये की संपत्ति है. हलफनामे के मुताबिक उनके पास नकद 1.75 लाख रुपए हैं. उनके बैंक खाते में 90 लाख 88 हजार 797 रुपए हैं. उनके पास 1075 ग्राम सोना और 1000 ग्राम चांदी है.